प्रचंड ने लिखा पीएम मोदी को पत्र, नेपाली विपक्ष नाराज

punjabkesari.in Wednesday, Aug 24, 2016 - 09:23 PM (IST)

काठमांडू: नेपाल में मुख्य विपक्षी दल सीपीएन-यूएमएल ने इन खबरों के बाद सरकार की कड़ी आलोचना की है कि प्रधानमंत्री प्रचंड ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है जिसमें मधेसियों की मांगों के समाधान के वास्ते किए गए संविधान संशोधन समेत देश के अंदरूनी मामलों का जिक्र किया गया है। 
 
के पी शर्मा आेली की सीपीएन-यूएमएल ने उपप्रधानमंत्री बिमलेंद्र निधि द्वारा कथित रूप से ले जाए गए इस पत्र को लेकर एतराज जताया है। निधि प्रचंड के विशेष दूत के रूप में 17-22 अगस्त के बीच भारत यात्रा पर गए थे। सीपीएन - यूएमएल को चीन समर्थक के रूप में देखा जाता है। 
 
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (यूनीफाईड माक्र्सिस्ट-लेनिनिस्ट) ने अपनी 43 वीं केंद्रीय समिति की बैठक के समापन पर एक बयान में कहा, ‘‘उपप्रधानमंत्री के माध्यम से प्रधानमंत्री प्रचंड द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को पत्र भेजे जाने की खबर है जिसमें संविधान संशोधन समेत हमारे अंदरूनी मुद्दों का जिक्र है।’’ उसने कहा, ‘‘एेसी घटना हमारी राष्ट्रीय संप्रभुता और स्वतंत्र रूप से निर्णय लेने के प्राधिकार में दखल है जो महाभूल और आपत्तिजनक मामला है।’’ मुख्य विपक्षी दल ने सरकार से इस कथित पत्र को सार्वजनिक करने की मांग की। 

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