रोम में फिर लौटा मुसोलिनी का नाम, तानाशाह के परपोते को Lazio ने फिर साइन किया
punjabkesari.in Thursday, Jun 26, 2025 - 10:33 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः इटली की मशहूर फुटबॉल क्लब लाज़ियो (Lazio) ने एक बार फिर रोमानो फ्लोरियानी मुसोलिनी (Romano Floriani Mussolini) को टीम में शामिल कर लिया है। रोमानो वही खिलाड़ी हैं जो तानाशाह बेनिटो मुसोलिनी (Benito Mussolini) के परपोते हैं। 22 साल के इस राइट बैक खिलाड़ी ने पिछले सीज़न में Serie B क्लब Juve Stabia के लिए खेला और बेहतरीन प्रदर्शन किया था। इसके बाद लाज़ियो ने उन्हें फिर से क्लब में वापस बुला लिया है।
कौन हैं रोमानो मुसोलिनी?
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रोमानो, इटली के कुख्यात फासीवादी तानाशाह बेनिटो मुसोलिनी के परपोते हैं।
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उनकी मां एलेसांद्रा मुसोलिनी (Alessandra Mussolini) एक पूर्व यूरोपीय सांसद रह चुकी हैं और उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री सिल्वियो बर्लुस्कोनी की पार्टी Forza Italia से राजनीति की है।
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रोमानो को पहली बार 2022 में लाज़ियो क्लब ने साइन किया था, लेकिन उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला था।
अब तक का फुटबॉल करियर
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2023-24 सीज़न में रोमानो ने Pescara के लिए 32 मैच खेले थे।
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इसके बाद वह Juve Stabia क्लब के लिए खेले, जहां उन्होंने कुल 37 मुकाबले खेले, 1 गोल किया और 4 असिस्ट दिए।
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उनके प्रदर्शन को देखते हुए Juve Stabia उन्हें परमानेंट साइन करना चाहती थी, लेकिन लाज़ियो ने उन्हें फिर से टीम में शामिल कर लिया।
फासीवाद और लाज़ियो के फैंस का पुराना रिश्ता
इटली के कई फुटबॉल क्लबों के फैंस में फासीवादी और नस्लवादी मानसिकता देखी गई है, लेकिन लाज़ियो के कुछ कट्टर समर्थक (Ultras) तो दशकों से अति-दक्षिणपंथी विचारधारा से जुड़े रहे हैं।
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लाज़ियो की 'Irriducibili' नामक अल्ट्रा ग्रुप का संबंध भी फासीवादी विचारधारा से रहा है।
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ये लोग इंटर मिलान और हेलास वेरोना जैसे क्लबों के समान विचारधारा वाले फैंस से भी जुड़े रहे हैं।
नस्लवाद के पुराने विवाद और हिंसक घटनाएं
इटली में फुटबॉल स्टेडियमों में नस्लवाद (Racism) एक गंभीर मुद्दा रहा है। कुछ पुराने मामलों पर नजर डालें:
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वेरोना क्लब के फैंस ने काले खिलाड़ियों को लेकर बंदर जैसी आवाज़ें निकालीं (जैसे मारियो बालोटेली और केसी)।
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2014 में एक फैन पार्टी में कारों को ऐसे पार्क किया गया कि वो स्वास्तिक (Nazi Symbol) का आकार बना रहे थे।
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1990 के दशक में वेरोना के पूर्व अध्यक्ष ने कहा था कि वो काले खिलाड़ी को साइन नहीं करेंगे, क्योंकि फैंस इसका विरोध करेंगे।
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एक अन्य मामले में डच खिलाड़ी Maickel Ferrier के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में कू क्लक्स क्लान जैसे कपड़े पहन कर उसका पुतला स्टेडियम में लटकाया गया था।
मुसोलिनी नाम और विवाद
रोमानो मुसोलिनी का फुटबॉल करियर लगातार चर्चा में रहा है, खासकर उनके 'Mussolini' सरनेम की वजह से।
हालांकि उन्होंने कभी सार्वजनिक रूप से राजनीतिक विचारधारा नहीं जताई है, लेकिन उनके नाम के चलते हमेशा विवाद और आलोचना की संभावना बनी रहती है — खासकर तब जब वो ऐसे क्लब का हिस्सा हों, जिसकी फैनबेस खुद फासीवाद से जुड़ी रही हो।