पाकिस्तान के आजादी दिवस पर देश-विदेश में मनाया गया काला दिवस, सेना और इमरान सरकार के खिलाफ प्रदर्शन

punjabkesari.in Sunday, Aug 16, 2020 - 05:35 PM (IST)

 

लंदन: पाकिस्तान में 14 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है लेकिन  इस दिन देश-विदेशों में  पाक सेना और इमरान खान सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किए गए। लंदन में  मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट (MQM) ने पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस पर 14 अगस्त को पश्तूनों पर अत्याचारों को लेकर 'ब्लैक डे' के रूप में मनाया । अल्ताफ हुसैन द्वारा स्थापित MQM द्वारा 'ब्लैक डे' पर ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया और इसकी अन्य विदेशी इकाइयों में कार रैलियां भी आयोजित की गईं।

 

MQM ओवरसीज चैप्टर के आयोजकों ने कहा कि पाकिस्तान सेना, पैरा-मिलिट्री रेंजर्स, फ्रंटियर कांस्टेबुलरी और पाकिस्तान के अन्य सुरक्षा बलों द्वारा मोहजिर, सिंधी, बलूच, पश्तून, अन्य उत्पीड़ित जातीय और धार्मिक अल्पसंख्यकों को सताया जा रहा है। इसके अलावा, देश में अतिरिक्त हत्याएं, अवैध गिरफ्तारियां और अन्य मानवाधिकारों का उल्लंघन रोजाना की दिनचर्या बन गई है। उधर, कनाडा के वेंकूवर शहर में बलूच पीपुल्स कांग्रेस के अध्यक्ष नैला चतुरी बलूच ने भी पाक स्वतंत्रता दिवस को इतिहास का काला दिन बताया। आजादी की पूर्व संध्या पर कराची में प्रदर्शन रोकने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा।

 

सिंध प्रांत में कराची प्रेस क्लब के बाहर लापता लोगों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के परिजनों समेत कई लोग जुटे और पाकिस्तान के विरोध में प्रदर्शन किए। ऐसी खबरें हैं कि इस दौरान पुलिस के साथ हाथापाई में पांच लोग घायल भी हुए हैं। ये विरोध प्रदर्शन द सिंधी मिसिंग पर्सन्स और अन्य मानवाधिकार संगठनों ने किए और विरोध रैली भी आयोजित की। प्रदर्शनकारियों ने आतंकवादियों के पीछे की गतिविधियों के लिए वर्दी में लोगों को जिम्मेदार ठहराया। इस दौरान महिलाएं और बच्चे भी रोते हुए पुलिस के साथ विवाद करते देखे गए।

 

दूसरी तरफ, वेंकूवर में बलूच पीपुल्स पार्टी के चेयरपर्सन नैला चतुरी बलूच ने एक वीडियो संदेश में कहा कि पाकिस्तान ने बलूचिस्तान पर अनधिकृत कब्जा किया हुआ है। 14 अगस्त इतिहास का काला दिन है क्योंकि यहां बलूच, सिंधी, पश्तून, मोहाजिर, हिंदू, और कश्मीरी लोग कैदियों का जीवन जी रहे हैं।


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Tanuja

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