'अंतरराष्ट्रीय अल्पसंख्यक दिवस' पर कराची और लाहौर में निकाला मार्च, पाकिस्तान सरकार के सामने रखी ये मांग
punjabkesari.in Friday, Aug 18, 2023 - 06:49 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः अंतरराष्ट्रीय अल्पसंख्यक दिवस के अवसर पर 11 अगस्त को कराची के फ़्रेरे हॉल में पाकिस्तान दारावेर इतेहाद द्वारा 'अल्पसंख्यक अधिकार मार्च' का आयोजन किया गया। मार्च के दौरान हजारों की संख्या में हिंदू, ईसाई, पारसी और मुस्लिम समुदाय के लोग जुटे थे। दरावर इतेहाद के अध्यक्ष शिवा काची ने निम्नलिखित बिंदुओं के माध्यम से अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ चल रहे अत्याचारों पर सरकार से तत्काल नोटिस की मांग की है।
- अल्पसंख्यक लड़कियों के अपहरण और धर्म परिवर्तन की समस्या के समाधान के लिए समस्या कानून बनाया जाना चाहिए।
- थार एक्सप्रेस की तत्काल बहाली, मंदिरों, भूखंडों, कब्रिस्तानों और अल्पसंख्यक समुदायों के धार्मिक स्थानों के अतिक्रमण को हटाना।
- प्रिया कुमारी और बच्चों सहित अन्य सभी बंधकों को डाकुओं से मुक्त कराया जाना चाहिए।
- धार्मिक कानून का दुरुपयोग रोका जाना चाहिए। धार्मिक मामलों की पारदर्शी जांच कर अपराधियों को सजा दी जाए और जेल में बंद निर्दोष लोगों को रिहा किया जाए।
- सार्वजनिक एवं निजी संस्थानों में समानता के आधार पर भागीदारी होनी चाहिए। अल्पसंख्यक कोटा पूरी तरह लागू किया जाए।
- नफरत और भेदभावपूर्ण व्यवहार बंद किया जाना चाहिए।
- भगवत गीता और रामायण को शैक्षिक पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए।
- पूजा करने की पूर्ण स्वतंत्रता होनी चाहिए और मंदिरों तथा चर्चों पर हमला करने वालों को कड़ी सजा दी जानी चाहिए। मंदिरों और चर्चों को पूर्ण सुरक्षा प्रदान की जानी चाहिए।
रवादारी तहरीक पाकिस्तान ने 11 अगस्त को लाहौर प्रेस क्लब के सामने रवादारी तहरीक पाकिस्तान के अध्यक्ष सैमसन सलामत की अध्यक्षता में 'समानता मार्च' का आयोजन किया। रवादारी तहरीक पाकिस्तान ने निम्नलिखित मांगों पर प्रकाश डाला।
- संविधान में धर्म की परवाह किए बिना सभी नागरिकों को समान दर्जा।
- संविधान, कानूनी ढांचे और सार्वजनिक नीतियों में सभी प्रकार की भेदभावपूर्ण प्रथाओं और प्रावधानों को समाप्त करें।
- जबरन धर्म परिवर्तन और उत्पीड़न के हिंसक और अहिंसक तरीकों के आपराधिक कृत्यों को रोकें।
पाकिस्तान में नहीं थम रहे अल्पसंख्यकों पर हमले
पंजाब की प्रांतीय राजधानी लाहौर से 130 किलोमीटर दूर फैसलाबाद जिले के जरांवला शहर में बुधवार को ईशनिंदा के आरोप में गुस्साई भीड़ ने 21 चर्च और ईसाइयों के 35 घरों में तोड़फोड़ की और आगजनी की। जरनवाला तहसील के पादरी इमरान भट्टी ने स्थानीय मीडिया को बताया कि ईसा नगरी इलाके में स्थित साल्वेशन आर्मी चर्च, यूनाइटेड प्रेस्बिटेरियन चर्च, एलाइड फाउंडेशन चर्च और शहरूनवाला चर्च में तोड़फोड़ की गई। उन्होंने कहा कि ईशनिंदा के आरोपी ईसाई सफाईकर्मी का घर भी तोड़ दिया गया।
चर्च ऑफ पाकिस्तान के अध्यक्ष बिशप आजाद मार्शल ने ‘एक्स' (ट्यूटर) पर कहा कि बाइबिल का अपमान किया गया है और ईसाइयों पर ‘‘पवित्र कुरान का उल्लंघन करने का झूठा आरोप लगाया गया है'' और उन्हें प्रताड़ति किया गया है। उन्होंने मांग की, ‘‘हम कानून प्रवर्तन और न्याय प्रदान करने वालों से न्याय और कारर्वाई की मांग करते हैं और सभी नागरिकों की सुरक्षा के लिए तुरंत हस्तक्षेप करें और हमें आश्वस्त करें कि हमारी अपनी मातृभूमि में हमारा जीवन मूल्यवान है जिसने अभी-अभी स्वतंत्रता और आजादी का जश्न मनाया है।''