ट्रंप के इस फैसले से हजारों भारतीय-अमरीकी होंगे प्रभावित

punjabkesari.in Monday, Sep 04, 2017 - 01:03 PM (IST)

वाशिंगटन: अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उस व्यवस्था को खत्म करने का फैसला किया है जो बच्चों के रूप में अवैध रूप से अमरीका पहुंचे आव्रजकों को वर्क परमिट जारी करने की अनुमति देती है। इस कदम से 7 हजार से अधिक भारतीय-अमरीकी प्रभावित हो सकते हैं।  यह जानकारी आज एक मीडिया रिपोर्ट में दी गई।  


‘डेफर्ड एक्शन फॉर चिल्ड्रन एराइवल’ (डीएसीए) नामक कार्यक्रम पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा किया गया एक महत्वपूर्ण आव्रजन सुधार था। व्हाइट हाऊस की प्रेस सचिव साराह सैंडर्स ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा था कि ट्रंप मुद्दे पर कल फैसला करेंगे। हालांकि मीडिया ने अपनी खास रिपोर्ट में कहा कि ट्रंप पहले ही इस कार्यक्रम को खत्म करने का फैसला कर चुके हैं और वरिष्ठ अधिकारी अब उनके फैसले को लागू करने पर चर्चा कर रहे हैं जो इस सप्ताह के अंत में आ सकता है।


7 लाख से अधिक कर्मियों पर पड़ सकता है असर 
हालांकि वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा है कि जब तक औपचारिक घोषणा नहीं होती तब तक ट्रंप के फैसले में बदलाव भी हो सकते हैं। यह फैसला ट्रंप के चुनाव पूर्व वायदों में से एक है। इस फैसले की व्यापक आलोचना हो सकती है। यहां तक कि ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी के लोग भी इसकी आलोचना कर सकते हैं। इस कदम से बिना दस्तावेज वाले लगभग साढ़े 7 लाख से अधिक कर्मियों पर असर पड़ सकता है जिनमें 7 हजार से अधिक भारतीय-अमरीकी हैं।

अमरीकी प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष पॉल रेयान ने साक्षात्कार में कहा कि ट्रंप को डीएसीए को खत्म नहीं करना चाहिए क्योंकि ‘‘ये बच्चे अमरीका के अलावा किसी और देश को नहीं जानते।’’यूएस सिटिजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विसेज के 31 मार्च 2017 तक के आंकड़ों के अनुसार डीएसीए छात्रों के मामले से संबंधित मूल देशों में भारत ग्यारहवें स्थान पर है। 


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