इमरान खान ने तोशाखाना के 14 करोड़ रुपये मूल्य के कीमती तोहफे दुबई में बेचे: प्रधानमंत्री शहबाज का दावा

punjabkesari.in Friday, Apr 15, 2022 - 08:40 PM (IST)

 

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अपदस्थ प्रधानमंत्री इमरान खान पर दुबई में 14 करोड़ रुपये के हीरे के आभूषण सहित मूल्यवान तोशाखाना उपहार बेच कर राष्ट्रीय खजाने को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है। देश के कानून के अनुसार विदेशी राष्ट्र के गणमान्य व्यक्तियों से प्राप्त किसी भी उपहार को देश के तोशाखाना (सरकारी कोषागार) में रखना चाहिए। ‘द न्यूज इंटरनेशनल' की शुक्रवार की खबर के मुताबिक, शहबाज ने यहां प्रधानमंत्री आवास में वरिष्ठ पत्रकारों के साथ बैठक के दौरान यह दावा किया। उन्होंने कहा, “मैं पुष्टि कर सकता हूं कि इमरान खान ने तोशाखाना से उपहार लिए और उन्हें दुबई में 14 करोड़ रुपये (7.6 लाख अमेरिकी डॉलर) में बेचा।

मूल्यवान उपहारों में हीरे के आभूषण, कंगन, घड़ियां और सेट शामिल हैं।” शहबाज ने कहा कि उन्हें भी एक बार एक घड़ी मिली थी जिसे उन्होंने तोशाखाना में जमा कर दिया था। नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री ने कहा, “मुझे कुछ छिपाने की जरूरत नहीं है।” खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ सरकार तोशाखाना से रखे गए उपहारों के बारे में विवरण साझा करने से हिचक रही थी। खान के खिलाफ संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) द्वारा तोशाखाना से एक कीमती हार बेचने, राष्ट्रीय खजाने को नुकसान पहुंचाने के लिए एक जांच शुरू की गई है। खबर में कहा गया है कि यह हार लाहौर में एक जौहरी को प्रवासी पाकिस्तानियों और मानव संसाधन विकास के लिए प्रधानमंत्री के पूर्व विशेष सहायक जुल्फी बुखारी के माध्यम से 18 करोड़ रुपये में बेचा गया था, जबकि उस राशि का केवल एक अंश तोशाखाना को दिया गया था।

आरोपों के जवाब में बुखारी ने कहा कि हार बेचने की खबरों में कोई सच्चाई नहीं है। जियो न्यूज से बात करते हुए उन्होंने कहा कि हार के बारे में कभी कोई बात नहीं हुई थी और आरोप बेबुनियाद और निराधार थे। इस बीच, पूर्व सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि खान ने सरकार से घड़ी खरीदी थी जो एक दूसरे देश से उपहार के रूप में मिली थी। उन्होंने कहा, “मुझे समझ में नहीं आता कि शहबाज का वास्तविक मुद्दा क्या है”, उन्होंने आरोप लगाया कि शहबाज भ्रमित हैं क्योंकि वह यह नहीं समझ पा रहे हैं कि खान के खिलाफ आरोप कैसे लगाया जाए। फवाद ने कहा कि घड़ी की कीमत चाहे जितनी भी हो, “अगर यह मेरी है तो मैं उस घड़ी को बेच सकता हूं, इससे किसी को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।” पूर्व मंत्री और खान के करीबी ने शहबाज को सतही गपशप से दूर रहने और राष्ट्रीय मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी। भाषा

 


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Content Editor

rajesh kumar

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