FBI प्रमुख ने कहा- चीन की लैब से ही निकला कोरोना वायरस, चीन मिटा रहा सबूत

punjabkesari.in Thursday, Mar 02, 2023 - 02:38 PM (IST)

वाशिंगटन/बीजिंगः अमेरिका में फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) के निदेशक क्रिस्टोफर रे ने कहा है कि एजेंसी का मानना है कि इस बात की पूरी संभावना है कि घातक कोविड-19 महामारी वुहान में चीन की सरकार के नियंत्रण वाली एक प्रयोगशाला से निकली। मध्य चीन के वुहान शहर से 2019 के अंत में कोरोना वायरस किस तरह फैलना शुरू हुआ, इस पर FBI के गोपनीय फैसले की यह पहली बार सार्वजनिक पुष्टि है। रे ने फॉक्स न्यूज को दिये साक्षात्कार में कहा, ‘‘FBI ने पिछले कुछ समय से आकलन किया है कि इस बात की पूरी संभावना है कि महामारी एक शक्तिशाली प्रयोगशाला से शुरू हुई घटना है।''

 

कुछ दिन पहले ही खबर आई थी कि ऊर्जा विभाग के ‘कम विश्वास वाले' आकलन में कहा गया था कि कोविड-19 संभवत: चीन में एक प्रयोगशाला में रिसाव से पैदा हुआ। कुछ अध्ययन से यह संकेत मिलता है कि वुहान में पशुओं से मनुष्य में वायरस पहुंचा जो संभवत: शहर के सीफूड और वन्यजीव बाजार में हुआ। यह बाजार वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के पास स्थित है। मंगलवार को प्रसारित साक्षात्कार में FBI प्रमुख ने यह भी कहा कि चीन वैश्विक महामारी के स्रोत का पता लगाने के प्रयासों को बाधित करने और सबूत मिटानने  की हरसंभव कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं बस यह टिप्पणी करना चाहूंगा कि चीन की सरकार यहां काम को अवरुद्ध करने के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रही है। यह हमारे लिए दुर्भाग्यपूर्ण है।''

 

रे ने कहा कि FBI में ऐसे विशेषज्ञ हैं जो ‘‘जैविक खतरों पर ध्यान केंद्रित करते हैं, जिसमें कोविड जैसे नये वायरस मिले हैं, और इस तरह की चिंताएं कि वे कुछ बुरे लोगों के, एक शत्रु राष्ट्र, एक आतंकवादी, अपराधी के खराब हाथों में हैं।'' रे के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया में चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि चीन वायरस के मूल का पता लगाने के मुद्दे पर किसी भी तरह की राजनीतिक हेरफेर का पुरजोर विरोध करता है।

 

उन्होंने बीजिंग में एक प्रश्न के उत्तर में कहा, ‘‘विज्ञान के एक विषय के लिए खुफिया समुदाय को लगाना इस बात का स्पष्ट संकेत है कि मुद्दे का राजनीतीकरण किया गया है। अमेरिका के खुफिया समुदाय के कहानी गढ़ने के ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए प्रामाणिकता नहीं के बराबर है।'' माओ ने कहा कि ‘प्रयोगशाला रिसाव' वाली कहानी को हवा देकर चीन को बदनाम करने के प्रयास में अमेरिका सफल नहीं होगा, बल्कि खुद की साख खराब करेगा। उन्होंने कहा, ‘‘हम अमेरिका से आग्रह करते हैं कि विज्ञान और तथ्यों का सम्मान करे और इस मुद्दे को राजनीतिक रंग देना बंद करे।''  


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Content Writer

Tanuja

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