पश्चिम एशिया भी जंग की ओर! इजराइली हमले बाद अमेरिका-ईरान परमाणु वार्ता टूटी
punjabkesari.in Saturday, Jun 14, 2025 - 12:10 PM (IST)

International Desk: इजराइल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बीच ईरान ने अमेरिका के साथ चल रही परमाणु बातचीत से खुद को हटा लिया है। यह फैसला इजराइल द्वारा ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर बड़े पैमाने पर किए गए हवाई हमलों और उसके जवाब में तेहरान द्वारा की गई ड्रोन हमलों की कार्रवाई के बाद लिया गया है।यह वार्ता 2015 के परमाणु समझौते (JCPOA) को दोबारा शुरू करने के लिए की जा रही थी।इस समझौते के तहत ईरान को अपने परमाणु कार्यक्रम को सीमित करना था और इसके बदले अमेरिका उसे प्रतिबंधों से राहत देने वाला था। लेकिन 2018 में ट्रंप प्रशासन ने इस समझौते से अमेरिका को अलग कर लिया था। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई ने अमेरिका की नीतियों की कड़ी आलोचना की और संकेत दिया कि अब ईरान किसी दबाव में आकर बातचीत नहीं करेगा।
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ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने शनिवार को कहा कि देश पर इजराइली हमलों के बाद अमेरिका के साथ आगामी परमाणु वार्ता ‘‘निरर्थक'' है। सरकारी टेलीविजन ने एक खबर में यह जानकारी दी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बाघेई की टिप्पणियों से दोनों देशों के बीच रविवार को ओमान में होने वाली वार्ता पर संदेह के बादल मंडराने लगे हैं। खबर में बाघेई के हवाले से कहा गया, ‘‘अमेरिका ने ऐसा काम किया है कि बातचीत का कोई अर्थ नहीं बचा।'' उन्होंने कहा कि इजराइल ने अपने हमलों के ज़रिए ‘‘आपराधिक कृत्य'' करके सभी लक्ष्मण रेखाएं पार कर दी हैं। हालांकि, उन्होंने यह कहने से परहेज किया कि वार्ता रद्द कर दी गई है। ईरान की न्यायपालिका द्वारा संचालित मीज़ान समाचार एजेंसी ने उन्हें यह कहते हुए उद्धृत किया, ‘‘रविवार की वार्ता के बारे में फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया गया है।''
ट्रंप की प्रतिक्रिया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “मैंने दो महीने पहले ईरान को 60 दिन का समय दिया था बातचीत के लिए। आज 61वां दिन है। उन्होंने मेरी बात नहीं मानी। अब शायद उनके पास ‘एक दूसरा मौका’ है।”उन्होंने यह बयान अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रुथ सोशल' पर दिया। इजराइल के हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय परमाणु एजेंसी IAEA ने भी चिंता जताई है। IAEA ने कहा कि ईरानी परमाणु ठिकानों पर हमले से ‘रेडियोधर्मी और रासायनिक प्रदूषण’ फैलने का खतरा है।