ईद के दिन ढाका की गलियों में बही खून की नदियां

punjabkesari.in Wednesday, Sep 14, 2016 - 12:27 AM (IST)

ढाका: मंगलवार को दुनिया भर में ईद-अल-अजहा का त्यौहार मनाया गया लेकिन बांग्लादेश की राजधानी ढाका के लोगों ने ईद-उल-अजहा को एक भयानक तरीके से मनाया। राजधानी ढाका में इस दौरान रुक-रुककर बारिश भी हो रही थी। ढाका अटैक की याद में लोगों ने शहर की गलियों में भयावह माहौल बना दिया। भीड़ ने शहर की गलियों को बंद कर कुर्बान हुए पशुओं के खून से लाल कर दिया। इस कारण शहर के कई हिस्सों में जलभराव हो गया ऐसा जलभराव जिसमें कुर्बान हुए पशुओं का खून था। 
 
दूसरे शहर ने की आलोचना
गलियों में बह रहा यह खून ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो खून की नदियां बह रहीं हों। धीमी-धीमी वर्षा होने के बावजूद लोग मस्जिदों में पहुंचे और वहां नमाज पढने के बाद रस्म के अनुसार बकरों की कुर्बानी दी। इसी बीच ढाका के दो मुख्य शहरों के बीच इस कृत्य को लेकर टकराव भी हुआ। दूसरे शहर ने इसकी कड़ी आलोचना भी की। कई लोगों ने कहा कि ऐसा करना निगम की विफलता को दर्शाता है। दोनों शहरों के पशुओं की कुर्बानी के लिए 496 से 504 स्थान सुनिश्चित किए गए थे। 
 
जलभराव से पैदा हुई समस्या
सीमित स्थान होने के बावजूद कई लोगों ने पशुओं की कुर्बानी गलियों में और कुछ ने सुविधाजनक स्थानों पर कुर्बानी दी। देखते ही देखते सड़क पर खून बहने लगा। चिह्नित स्थानों में मोहम्मदपुर, मीरपुर, शियामोली, उत्तरा, ढाका शामिल थे। खांडेकर मिल्लत ई इस्लाम, ढाका साउथ सिटी कॉरपोरेशन से उप मुख्यमंत्री और कचरा प्रबंधन अधिकारी ने बताया कि जल भराव एक लंबे समय के लिए समस्या हो गई है। इस्लाम ने कहा कि निगम मुद्दा सुलझाने की दिशा में काम कर रहा है।
 

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