Earthquake: इस देश में कांपी धरती! भूकंप के तेज झटकों से डोलने लगी इमारतें, Video देख खड़े हो जाएंगे रोंगटे
punjabkesari.in Wednesday, Jul 30, 2025 - 09:11 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र कामचटका प्रायद्वीप में आज सुबह एक जोरदार भूकंप आया जिसने पूरे प्रशांत क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है। रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 8.8 दर्ज की गई जिसके झटके इतने तेज़ थे कि वहां सब कुछ हिलने-डुलने लग गया। रूस से आ रही कई तस्वीरें और वीडियो वहां की भयावह स्थिति को भी दिखा रहे हैं। इस शक्तिशाली भूकंप के बाद जापान, अमेरिका, न्यूजीलैंड और इंडोनेशिया में सुनामी का अलर्ट जारी कर दिया गया है और कुछ जगहों पर सुनामी का असर दिखना भी शुरू हो गया है।
भूकंप का केंद्र और शुरुआती तीव्रता
जापान की मौसम विज्ञान एजेंसी ने बताया कि रूस के कामचटका प्रायद्वीप के पास सुबह 8:25 बजे आए इस भूकंप की शुरुआती तीव्रता 8.0 दर्ज की गई थी जिसे बाद में सुधार कर 8.8 बताया गया। एजेंसी ने जापान के प्रशांत तट पर 1 मीटर तक की सुनामी आने की चेतावनी जारी की थी।
यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) ने बताया कि भूकंप का केंद्र रूस के पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की से 133 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में 74 किलोमीटर की गहराई पर स्थित था। USGC ने शुरुआती रिपोर्टों के तुरंत बाद कहा कि भूकंप 19.3 किलोमीटर की गहराई पर आया था और इसकी तीव्रता 8.7 थी जिसे बाद में 8.8 पर अपडेट किया गया।
भयावह वीडियो और रूस में सुनामी लहरें
हालांकि प्रायद्वीप में आए इस बड़े भूकंप में जान-माल के नुकसान की कोई तत्काल खबर नहीं है लेकिन जिस तरह से वहां के वीडियो सामने आए हैं वे बेहद डराने वाले हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में रूस के कामचटका के एक घर के अंदर इमारत के हिलने के साथ ही फर्नीचर भी बुरी तरह हिलता हुआ दिखाई दे रहा है। कई इमारतों के हिलने से बड़े नुकसान की आशंका जताई जा रही है।
BREAKING: 8.0-magnitude earthquake hits off Russia's Kamchatka region - PTWC pic.twitter.com/4uFjXYq17O
— blesha (@blesha_bs) July 29, 2025
रूस के प्रशांत तट पर कामचटका क्षेत्र में पहली सुनामी लहरों के टकराने की तस्वीरें और वीडियो भी सामने आए हैं। भूकंप की वजह से समुद्र का स्तर काफी बढ़ गया जिससे तटीय शहरों की इमारतों में जल स्तर में वृद्धि देखी गई।
जापान, अमेरिका, न्यूजीलैंड और इंडोनेशिया में अलर्ट
जापान के एनएचके टेलीविजन के अनुसार भूकंप जापान के चार बड़े द्वीपों में से सबसे उत्तरी द्वीप होक्काइडो से करीब 250 किलोमीटर दूर आया था और इसका असर बहुत कम महसूस किया गया।
अलास्का स्थित राष्ट्रीय सुनामी चेतावनी केंद्र ने अलास्का एल्यूशियन द्वीप समूह के कुछ हिस्सों के लिए सुनामी की चेतावनी जारी की है साथ ही कैलिफोर्निया, ओरेगन, वाशिंगटन और हवाई सहित पश्चिमी तट के कुछ हिस्सों को भी अलर्ट किया गया है। इस चेतावनी में अलास्का के तटरेखा के एक बड़े हिस्से को भी शामिल किया गया है जिसमें पैनहैंडल के कुछ हिस्से भी शामिल हैं।
Kamchatka, Far East Russia - 29 July 2025 - 8.0 quake shook region for minutes, tsunami warning issued pic.twitter.com/90tgeZ5BoI
— Disaster Update (@DisasterUpdate2) July 30, 2025
रिपोर्ट के अनुसार न्यूजीलैंड की नेशनल इमरजेंसी मैनेजमेंट एजेंसी (NEMA) ने भी रूसी तट पर आए इस बड़े भूकंप के बाद शक्तिशाली और अनियमित समुद्री धाराओं और तटरेखा में बड़े लहरों की चेतावनी दी है। एजेंसी ने तैराकों, सर्फरों, मछुआरों और तटीय जल में या उसके आस-पास रहने वाले लोगों को दूर रहने को कहा है।
इसी तरह इंडोनेशिया की जियोफिजिक्स एजेंसी ने भी अलर्ट जारी किया है कि बुधवार दोपहर को 0.5 मीटर से कम ऊंचाई वाली सुनामी लहरें देश के कुछ हिस्सों को प्रभावित कर सकती हैं।
A massive 8.7 magnitude earthquake rocks Russia’s Kamchatka Peninsula triggering 4m high tsunami waves.
— Sunanda Roy 👑 (@SaffronSunanda) July 30, 2025
Heavy losses in infrastructures.
Evacuations underway across Kamchatka and Japan’s eastern coast.
Worst quake in decades! #Earthquake #Tsunami pic.twitter.com/zaE9bCwe86
कामचटका का भूकंपीय इतिहास
प्रशांत महासागर के पास बसा जापान दुनिया में सबसे अधिक भूकंप का सामना करने वाले देशों में से एक है। कामचटका भी एक अत्यधिक भूकंपीय क्षेत्र है। जुलाई की शुरुआत में कामचटका के पास समुद्र में 5 बड़े भूकंप आए थे जिनमें से सबसे बड़ा भूकंप 7.4 तीव्रता का था। सबसे बड़ा भूकंप 20 किलोमीटर की गहराई पर और करीब 2 लाख की आबादी वाले पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की शहर से 144 किलोमीटर पूर्व में था।
बता दें कि रूस के कामचटका में इससे पहले 4 नवंबर 1952 को 9 तीव्रता का भूकंप आया था लेकिन हवाई में 9.1 मीटर ऊंची लहरें उठने के बावजूद किसी के मारे जाने की सूचना नहीं मिली थी।