Donald Trump ने फेडरल रिजर्व गवर्नर लिसा कुक को किया बर्खास्त, लगे गंभीर आरोप
punjabkesari.in Tuesday, Aug 26, 2025 - 11:18 AM (IST)
इंटरनेशनल डेस्क। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फेडरल रिजर्व को प्रभावित करने के अपने प्रयासों को जारी रखते हुए एक बड़ा कदम उठाया है। 25 अगस्त की देर शाम उन्होंने फेडरल रिजर्व की गवर्नर लिसा कुक को उनके पद से बर्खास्त करने की घोषणा की। इस फैसले ने देश की मौद्रिक नीति को लेकर राजनीतिक हस्तक्षेप पर एक नई बहस छेड़ दी है क्योंकि फेडरल रिजर्व को हमेशा राजनीतिक दबाव से मुक्त माना जाता रहा है।
बर्खास्तगी की वजह: बंधक धोखाधड़ी के आरोप
ट्रंप ने अपने 'ट्रुथ सोशल' प्लेटफॉर्म पर एक पत्र साझा करते हुए लिसा कुक की बर्खास्तगी का मुख्य कारण उन पर लगे बंधक धोखाधड़ी के आरोप बताए हैं। इन आरोपों को ट्रंप द्वारा नियुक्त बिल पुल्टे ने सामने लाया था जिनकी नियामक एजेंसी मॉर्गेज दिग्गजों फैनी मॅई और फ़्रेडी मैक की देखरेख करती है।
पुल्टे ने आरोप लगाया था कि कुक ने 2021 में दो प्राथमिक आवासों पर दावा करके बेहतर मॉर्गेज दरें हासिल की थीं जबकि ऐसा नहीं किया जा सकता था। इस आरोप ने वित्तीय नियामकों की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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फेडरल रिजर्व की स्वतंत्रता पर खतरा
लिसा कुक फेडरल रिजर्व बोर्ड में सेवा देने वाली पहली अश्वेत महिलाओं में से एक थीं। उनकी बर्खास्तगी से ट्रंप को अपने किसी वफादार को नियुक्त करने का मौका मिलेगा जो ब्याज दरों में कटौती का समर्थन करेगा।
ट्रंप के इस कदम के आलोचकों का तर्क है कि इस तरह की कार्रवाइयां फेडरल रिजर्व की स्वतंत्रता को कमजोर करती हैं। फेडरल रिजर्व देश की मौद्रिक नीति को नियंत्रित करने वाली एक महत्वपूर्ण संस्था है जो ब्याज दरों और मुद्रास्फीति को नियंत्रित करती है। पर्यवेक्षकों को चिंता है कि ट्रंप का यह आक्रामक रवैया एक ऐसी मिसाल कायम कर सकता है जो फेडरल रिजर्व की प्रतिष्ठा को अस्थिर कर सकता है जिसका सीधा असर देश की आर्थिक स्थिरता पर पड़ेगा।
कानूनी लड़ाई की संभावना
इस बर्खास्तगी से एक लंबी कानूनी लड़ाई छिड़ने की संभावना है और सुनवाई पूरी होने तक कुक अपने पद पर बनी रह सकती हैं। हालांकि इस लड़ाई को उन्हें खुद लड़ना होगा न कि फेडरल रिजर्व की तरफ से। ट्रंप ने कहा है कि उनका यह फैसला संवैधानिक है भले ही इससे फेडरल रिजर्व की स्वतंत्रता पर सवाल क्यों न उठें।
