Doha Strike: बेंजामिन नेतन्याहू ने कतर के PM से मांगी माफी, व्हाइट हाउस से लगाया फोन

punjabkesari.in Tuesday, Sep 30, 2025 - 06:14 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः इजराइल और कतर के बीच 9 सितंबर को हुए दोहा एयरस्ट्राइक के बाद उपजे कूटनीतिक तनाव को लेकर बड़ा कदम उठाया गया है। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कतर के प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान बिन जासिम अल थानी से औपचारिक तौर पर माफी मांगी है। यह बातचीत व्हाइट हाउस से फोन कॉल के जरिए हुई, जहां नेतन्याहू इस समय अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मेहमान के तौर पर मौजूद हैं।

फोन कॉल का पूरा घटनाक्रम

अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, फोन कॉल कुछ मिनटों तक चला और इसमें राष्ट्रपति ट्रंप भी शामिल रहे। एक वरिष्ठ विदेशी राजनयिक ने पुष्टि की कि इस बातचीत में नेतन्याहू ने न केवल घटना को “कतर की संप्रभुता का उल्लंघन” बताया बल्कि यह भी कहा कि भविष्य में ऐसी गलती नहीं दोहराई जाएगी। ट्रंप ने इस मौके पर दोनों नेताओं से संयम बरतने और मध्य पूर्व शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाने की अपील की।

9 सितंबर को क्या हुआ था?

इजराइल ने 9 सितंबर को कतर की राजधानी दोहा में एयरस्ट्राइक की थी। निशाना हमास के कई वरिष्ठ नेता थे, लेकिन वे हमले से बच निकले। इस हमले में कतर का एक सुरक्षा गार्ड और हमास के निचले स्तर के कुछ सदस्य मारे गए। घटना के बाद कतर ने बेहद नाराजगी जताई और तुरंत ही यह घोषणा कर दी कि वह अब हमास और इजराइल के बीच किसी भी मध्यस्थता में हिस्सा नहीं लेगा।

कतर की नाराज़गी क्यों अहम है?

कतर लंबे समय से हमास और इज़रायल के बीच अप्रत्यक्ष वार्ता का मुख्य मध्यस्थ रहा है। गाज़ा संघर्ष के दौरान बंधकों की रिहाई और युद्धविराम पर हुई कई वार्ताओं में कतर की अहम भूमिका रही है। ऐसे में कतर का पीछे हटना शांति प्रक्रिया के लिए एक बड़ा झटका था।

ट्रंप की भूमिका

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने इस पूरे घटनाक्रम में मध्यस्थता करते हुए दोनों नेताओं को फोन पर बातचीत के लिए तैयार किया। सूत्रों के मुताबिक, ट्रंप ने साफ कहा कि अगर शांति समझौते को आगे बढ़ाना है तो इजराइल को इस गलती की जिम्मेदारी लेनी होगी।


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Content Writer

Pardeep

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