सऊदी अरब लड़की से शादी करने पर क्या मिलेगी वहां की नागरिकता? जानें क्या करना होगा?
punjabkesari.in Wednesday, Dec 03, 2025 - 03:15 PM (IST)
इंटरनेशनल डेस्क। दुनिया के सबसे बड़े तेल उत्पादक और अपनी इस्लामी विरासत के लिए प्रसिद्ध देश सऊदी अरब में नागरिकता प्राप्त करने के नियम दुनिया के अन्य देशों की तरह ही सख्त और जटिल हैं। सोशल मीडिया पर अक्सर यह सवाल चर्चा का विषय बनता है कि क्या कोई विदेशी पुरुष सऊदी अरब की महिला से विवाह करके यहां की नागरिकता (Citizenship) आसानी से प्राप्त कर सकता है? आज हम आपको सऊदी अरब के विवाह और नागरिकता से जुड़े नियमों का स्पष्ट जवाब देते हैं जो मुख्यतः इस्लामी शरिया कानून (Islamic Sharia Law) से प्रेरित हैं।
सऊदी अरब में विवाह के नियम
सऊदी अरब के विवाह कानून इस्लामी सिद्धांतों पर आधारित हैं जो वैवाहिक जीवन के सभी पहलुओं को नियंत्रित करते हैं। सऊदी नागरिक संबंधित अनुमति के साथ किसी अरब या इस्लामी देश की लड़की से विवाह कर सकते हैं। सऊदी सरकार गैर-मुस्लिमों से विवाह पर कड़े प्रतिबंध लगाती है। अधिकारी सऊदी महिलाओं के विदेशी पतियों के निवास संबंधी मुद्दों पर विशेष ध्यान देते हैं। ऐसे पतियों को निवास परमिट (Residence Permit) प्राप्त करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
शादी के बाद नागरिकता पाने के नियम
सऊदी अरब में विवाह के आधार पर नागरिकता मिलना सीधी प्रक्रिया नहीं है। इसके लिए गैर-सऊदी जीवनसाथी को कड़े मानदंडों को पूरा करना पड़ता है:
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निवास अवधि: गैर-सऊदी जीवनसाथी को कम से कम 5 वर्षों तक सऊदी अरब में रहना होगा।
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भाषा और समाज: उन्हें धाराप्रवाह अरबी बोलना आना चाहिए और सऊदी समाज में घुल-मिल जाना चाहिए।
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निवास समाप्ति: सऊदी पति या पत्नी के तलाक या मृत्यु की स्थिति में विदेशी जीवनसाथी का निवास समाप्त किया जा सकता है। यह नियम तभी लागू नहीं होगा जब विवाह से बच्चे हों या वे असाधारण मानवीय औचित्य प्रस्तुत कर सकें।
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सरकारी नौकरी: सार्वजनिक क्षेत्र की नौकरियां और सैन्य पदों पर नियुक्ति केवल सऊदी नागरिकों के लिए ही सीमित रहेगी।
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शादी के लिए ज़रूरी दस्तावेज़
सऊदी में शादी करने से पहले दूतावास से जानकारी प्राप्त करना बेहतर है लेकिन कुछ प्रमुख दस्तावेज़ अनिवार्य रूप से आवश्यक होते हैं:
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वैध पासपोर्ट: दोनों भागीदारों की पहचान और राष्ट्रीयता सत्यापित करने के लिए।
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बाधा रहित प्रमाणपत्र (No Legal Impediment Certificate): आवेदक के गृह देश से प्राप्त प्रमाणपत्र जो पुष्टि करे कि विवाह में कोई कानूनी बाधा नहीं है।
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मेडिकल सर्टिफिकेट: संक्रामक रोगों (Infectious Diseases) की जांच के लिए।
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पूर्व विवाह दस्तावेज़: यदि दोनों में से किसी एक का पहले विवाह हो चुका है तो तलाक के आदेश या मृत्यु प्रमाण पत्र की प्रमाणित प्रति मांगी जा सकती है।
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वैधीकरण: विदेश से आने वाले दस्तावेजों को वैधीकरण (Legalization) और लाइसेंस प्राप्त अनुवादक द्वारा अरबी में अनुवाद कराना पड़ सकता है।


