चीन ने 2 साल से कैद में रखे आस्ट्रेलियाई लेखक पर लगाया जासूसी का आरोप

punjabkesari.in Monday, Oct 12, 2020 - 10:39 AM (IST)

बीजिंगः चीन ने 2 साल से कैद मे रखे चीनी मूल के आस्ट्रेलियाई लेखक पर जासूसी का आरोप लगाया है। जानकारी के अनुसार चीनी मूल का एक ऑस्ट्रेलियाई लेखक यांग हेंगजुन जो 20 महीने से अधिक समय तक बीजिंग की हिरासत में है, पर चीनी अधिकारियों ने जासूसी का आरोप लगाया है। चीन के मानवाधिकारों को ताक पर रखने का यह सबसे अनोखा मामला है। सूत्रों ने बताया कि सुप्रीम पीपुल्स प्रॉक्यूरेटोरेट ने यांग हेंगजुन और उनकी कानूनी टीम को सूचित किया कि मुकदमा चलाने के लिए उनका मामला बीजिंग के सेकेंड इंटरमीडिएट कोर्ट ऑफ प्रॉसीक्यूशन में स्थानांतरित कर दिया गया है।

 

उनके वकील शांग बाओजुन के अनुसार चीन के विदेश मंत्रालय के पूर्व कर्मचारी और अब लोकतंत्र कार्यकर्ता यांग को 7 अक्टूबर को बताया गया कि उन पर आधिकारिक तौर से आरोप लगाया गया है। यांग की पत्नी युआन शियाओलियांग ने बताया कि अपने पति पर आरोप लगाने की सूचना के बाद वह असहाय महसूस कर रही हैं। यांग पर अदालत ने पांच अपराधों का आरोप सूचीबद्ध किया है, हालांकि गोपनीयता नियम के कारण वकील किसी भी विवरण को प्रकट नहीं कर सकता है। उनके दोस्तों ने बताया कि अगले पखवाड़े मामले के लिये एक जज को नियुक्त किए जाने की उम्मीद है।

 

हालंकि ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन पहले ही कह चुके हैं कि यांग पर जासूसी के आरोप बिल्कुल असत्य हैं। यांग ने बीजिंग की अपारदर्शी कानूनी प्रणाली के भीतर अपने परिवार और दोस्तों को भेजे अपने दुर्लभ संदेशों में खुद को निर्दोष होने की बात पर लगातार कायम हैं। उन्होंने कहा है कि उन्होंने कोई भी दोष कबूल नहीं किया है। पिछले महीने उन्होंने ऐसी चीनी रिपोर्टों को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि उन्होंने जासूसी करने की बात कबूल की थी। उन्होंने कहा था, मैं निर्दोष हूं और अंत तक लड़ूंगा। मैंने कभी भी ऐसा कुछ कबूल नहीं किया, जो मैंने नहीं किया हो। यांग ने कहा कि 30 से अधिक लोगों ने कभी-कभी आधी रात को उनसे 300 से अधिक बार पूछताछ की है।

 

बता दें कि इस साल की शुरूआत में यांग को पूरी तरह से अलग-थलग कर दिया गया था। ताकि उनकी कोई फोन कॉल, पत्राचार या कांसुलर मुलाकात न हो सके। इस बीच उनके परिवार और दोस्तों के संदेश या बाहरी दुनिया की रिपोर्ट भी यांग को नहीं नहीं दी गईं। यांग से बार-बार कहा जाता है कि उसे फांसी हो सकती है और उसके देश ने उसे बेसहारा छोड़ दिया है, उसके परिवार और दोस्तों ने उसे धोखा दे दिया है। चीनी कानून के तहत जासूसी के आरोप में तीन साल की कैद से लेकर फांसी तक की सजा हो सकती है।  2002 में ऑस्ट्रेलियाई नागरिक बनने वाले यांग अमेरिका में रह रहे थे। जनवरी 2019 में अपने परिवार के साथ गुआंगझू जाने से पहले यांग कोलंबिया विश्वविद्यालय में एक विजिटर स्कॉलर थे। उनकी पत्नी और बच्चे को चीन में उतरने गया लेकिन अधिकारियों ने यांग को विमान से ही हिरासत में ले लिया था।


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Tanuja

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