ब्रिटेन के नए विदेश मंत्री कैमरन विवादों में ! चीन प्रेमी पूर्व MEP के साथ संबंधों को लेकर उठे सवाल

punjabkesari.in Tuesday, Nov 21, 2023 - 03:29 PM (IST)

लंदनः ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने 13 नवंबर को अपनी कैबिनेट में बड़ा बदलाव करते हुए  देश के पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन को विदेश मंत्री की जिम्मेदारी सौंप कर न सिर्फ देश को बल्कि  पूरी दुनिया को चौंका दिया थाै।  उन्हें जेम्स क्लेवरली की जगह नया विदेश मंत्री नियुक्त किया गया है। वहीं, जेम्स क्लेवरवी को  भारतीय मूल की  सुएला ब्रेवरमैन को हटा कर  उनकी जगह देश का गृह मंत्री नियुक्त किया गया है।  कैमरन ने 2010 से 2016 बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री का पदभार संभाला था। इस दौरान वह अपने कई फैसलों की वजह से विवादों में रहे।  कैमरन  के पद संभालने के बाद उनके पूर्व टोरी  MEP निर्ज देवा ने लिखा, "कैमरून सही समय पर सही जगह पर हैं।" "ऐसे बहुत कम अंतर्राष्ट्रीय नेता हैं जो ज्ञान, गहरे रिश्तों और विस्तार पर सावधानीपूर्वक ध्यान के साथ इतने सारे मोर्चों पर नेतृत्व कर सकते हैं।" देवा का शानदार मूल्यांकन कोई आश्चर्य की बात नहीं थी।

 

यह जोड़ी मिलनसार है और एक के बाद एक तस्वीरें उन्हें और कैमरून को दुनिया भर के कार्यक्रमों में एक साथ दिखाती हैं। लेकिन  MEP के साथ कैमरन का जुड़ाव चीनी निवेश परियोजनाओं के साथ उनकी अपनी पिछली भागीदारी के बारे में सवाल  भी उठाता है जो ब्रिटेन के मुख्य रणनीतिक हितों के साथ टकराव का कारण बन सकता है। खास बात तो यह है कि हाल के दिनों में दोनों देशों के रिश्ते खराब हुए हैं और विपक्ष लगातार सुनक पर आरोप लगाता रहा है कि वो चीन को लेकर सख्त नीति नहीं अपना रहे हैं।

 

ब्रुसेल्स में 20 साल के करियर के दौरान देवा को चीन के साथ संबंध बनाने के लिए जाना जाता था। यहां तक कि उन्होंने ईयू-चीन मैत्री समूह की स्थापना भी की थी, जिसे बाद में बीजिंग के साथ निकटता के बारे में चिंताओं के बाद बंद कर दिया गया था। देवा अब श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के विश्वसनीय सलाहकार के रूप में कार्य करते हैं  और इस वर्ष उन्होंने श्रीलंका में एक विवादास्पद चीनी निर्मित बंदरगाह के लिए नकदी जुटाने के लिए कैमरन को शामिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसके बारे में आलोचकों को डर है कि अंततः यह बीजिंग के लिए एक चौकी के रूप में काम कर सकता है।

 

पोलिटिको ने पिछले महीने रिपोर्ट दी थी कि कैसे सितंबर 2023 में, ब्रिटेन के विदेश सचिव के रूप में अपनी अप्रत्याशित नियुक्ति से कुछ हफ्ते पहले, कैमरन ने पोर्ट सिटी कोलंबो के लिए निवेश जुटाने के लिए संयुक्त अरब अमीरात के लिए उड़ान भरी थी, जो पूरे एशिया में अपनी शक्ति और प्रभाव बढ़ाने के लिए चीन की व्यापक बेल्ट और रोड योजना का हिस्सा था। संयुक्त अरब अमीरात में, कैमरन देवा के साथ मंच पर दिखाई दिए और मध्य पूर्वी निवेशकों से परियोजना में अपने निवेश का आग्रह किया। टोरी अब कैमरन से इस योजना के साथ अपने जुड़ाव को स्पष्ट करने और चीन के साथ अपने संबंधों का पूरा विवरण प्रकाशित करने का आग्रह कर रहे हैं।

पूर्व टोरी नेता इयान डंकन स्मिथ, जिन पर मानवाधिकार रिकॉर्ड की आलोचना के लिए बीजिंग द्वारा प्रतिबंध लगाया गया है, ने कहा कि कैमरन की गतिविधियों में "हितों का स्पष्ट टकराव" प्रतीत होता है। डंकन स्मिथ ने कहा, "मुझे उम्मीद है कि सरकार द्वारा उनकी नई नियुक्ति से पहले चीन में नए विदेश सचिव की क्या भागीदारी थी, इसका स्पष्टीकरण होगा।" "क्या पारिश्रमिक और संविदात्मक दायित्वों सहित उनके अनुबंधों के विवरण का खुलासा किया जाएगा?" कैमरन के एक प्रवक्ता ने कहा कि उन्होंने "इन भाषण कार्यक्रमों के बारे में चीन या किसी भी चीनी कंपनी के साथ किसी भी तरह से बातचीत नहीं की है।"
  

गौरतलब है  कि  डेविड कैमरन ने अपने पीएम कार्यकाल में चीन के साथ ब्रिटेन के संबंधों के स्वर्ण युग की शुरुआत की थी।  कैमरन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने संबंधों को बेहतर बनाने और ट्रेड को मजबूत करने के लिए साल 2015 में गोल्डन एरा पॉालिसी बनाई थी जिसकी घोषणा डेविड कैमरन ने शी जिनपिंग की ब्रिटेन विजिट से पहले कर दी थी। हालांकि, आठ साल बाद सुनक ने चीन से संबंधों में बदलाव को लेकर रणनीति को बदलने की बात कही है।  उन्होंने कहा कि चीन लगातार दुनिया में अपने दबदबे के लिए हर ताकत का इस्तेमाल कर रहा है। इसी दौरान शी जिनपिंग और डेविड कैमरन की एक फोटों भी खूब चर्चा में रही थी, जिसमें दोनों नेताओं के हाथ में बियर भरी ग्लास थी।

 


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Content Writer

Tanuja

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