कोर्ट ने ''गैंगरेप'' को बताया सहमति से हुआ ग्रुपसेक्स, फैसले के खिलाफ सड़को पर उतरे लोग

punjabkesari.in Tuesday, May 01, 2018 - 12:09 PM (IST)

इंटरनैशनल डेस्कः स्पेन में कोर्ट के एक फैसले के खिलाफ हजारों लोग सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, दो साल पहले स्पेन के चर्चित बुल फेस्टिवल के दौरान एक 18 साल की युवती के साथ कथित तौर पर 5 लोगों ने गैंगरेप किया।
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आरोपियों ने इस दौरान युवती का वीडियो बनाकर उसे व्हाट्सएप ग्रुप में शेयर भी किया था। वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार, वीडियो में युवती की आंखे बंद थी और वह पैसिव थी। कोर्ट में आरोपियों के वकील ने इस बात को इस तरह से पेश किया कि इस वारदात में लड़की ने अपनी सहमति दी थी। वहीं, आरोपियों की तरफ से कोर्ट में लड़की की कुछ तस्वीरें भी पेश की गई हैं। वारदात के कुछ दिनों बाद एक प्राइवेट इन्वेस्टिगेटर ने लड़की का पीछा किया था और उसकी हंसते और दोस्तों के साथ बात करते हुए फोटोज क्लिक कर ली थी।
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इन्हीं तस्वीरों को कोर्ट में पेश कर आरोपियों ने कहा कि वारदात के बाद लड़की दर्द से नहीं गुजरी। हालांकि, पीड़ित लड़की के वकील ने आरोपी पक्ष द्वारा दिए गए इन तर्कों का कड़ा विरोध किया। मामले को लेकर कोर्ट में करीब 2 साल तक सुनवाई चली।
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कोर्ट ने आरोपियों को सेक्शुअल असॉल्ट के केस से बरी करते हुए उन्हें सेक्शुअल एब्यूज का दोषी माना। इसके तहत आरोपियों को केवल 9 साल की सजा सुनाई गई। जबकि, पीड़िता के वकील ने कम से कम 22 साल की सजा की मांग की थी। कोर्ट ने सभी आरोपियों को महिला को 8-8 लाख रुपए देने के भी आदेश दिए। 
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वहीं, स्पेन के नेताओं ने यौन हिंसा से जुड़े कानून में बदलाव करने का वादा किया है। मौजूदा कानून के तहत, बलात्कार साबित करने के लिए पीड़ित को यह भी प्रूव करना होता है कि आरोपी हिंसक और डराने वाली हरकत कर रहा था। कोर्ट का ऐसा फैसला आने के बाद एक ऑनलाइन पेटिशन भी डाली गई, जिसमें 12 लाख लोगों ने ट्रायल जज को हटाने की मांग पर हस्ताक्षर किए। साथ ही कोर्ट के फैसले को लेकर हजारों लोगों ने सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया। लोगों का कहना है कि यह यौन दुर्व्यवहार नहीं बलात्कार है। मामले को लेकर स्पेन के कई शहरों में प्रदर्शन हुए।



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Isha

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