गर्मियों में लौटी कोरोना की लहर? इन दो देशों से सामने आए नए केस
punjabkesari.in Friday, May 16, 2025 - 01:09 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क. पूरी दुनिया में तबाही मचाने वाली कोविड-19 महामारी एक बार फिर लौटती दिख रही है। गर्मी का मौसम शुरू होते ही एशिया के कुछ देशों में कोरोना के नए मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। हांगकांग और सिंगापुर में कोरोना वायरस के फैलने का खतरा बढ़ गया है।
हांगकांग में स्थिति यह है कि 3 मई तक 31 नए कोरोना मरीज मिले हैं, जो पिछले एक साल में एक हफ्ते के अंदर मिले मामलों की सबसे बड़ी संख्या है। वहीं सिंगापुर में भी कोरोना के मामलों की संख्या बढ़कर 14,200 तक पहुंच गई है। इन आंकड़ों से दोनों देशों में कोरोना की गंभीर होती स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। हांगकांग के सेंटर फॉर हेल्थ प्रोटेक्शन के एक बड़े अधिकारी अल्बर्ट औ ने मीडिया को बताया कि हांगकांग की आबादी करीब 70 लाख है। इसमें कोरोना के मामलों में 28 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है और अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में 30 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।
हालांकि, अभी यह कहना मुश्किल है कि यह कोई नया और तेजी से फैलने वाला वैरिएंट है या फिर यह पहले जितना ही खतरनाक साबित होगा। चीन के रोग नियंत्रण केंद्र का कहना है कि गर्मियों में कोरोना की लहर आना आम बात है, लेकिन अब चीन के पास वैक्सीन और इलाज मौजूद है, इसलिए घबराने की कोई जरूरत नहीं है। थाईलैंड में भी साल में दो बार कोरोना के मामले सामने आते रहते हैं।
सिर्फ एशिया ही नहीं, बल्कि ईरान में भी कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने लोगों से मास्क पहनने की अपील की है। बुजुर्गों, बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बीमार लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी IRNA के अनुसार, देश में ओमिक्रॉन वैरिएंट फैल रहा है। हालांकि, इससे संक्रमित लोगों की संख्या अभी सार्वजनिक नहीं की गई है, लेकिन मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय के एक बड़े अधिकारी अलीरेजा रईसी ने सभी विश्वविद्यालयों और अस्पतालों को मास्क के नियमों का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए हैं। आपको बता दें कि मार्च 2020 में चीन के बाद ईरान दूसरा देश था जहां कोरोना महामारी की आधिकारिक तौर पर पुष्टि हुई थी और पिछले पांच सालों में यहां कोरोना से 1 लाख 45 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 75 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं।