युवक ने लगवाई कोरोना वैक्सीन की डोज, जानें क्या हुआ असर ?
punjabkesari.in Wednesday, May 27, 2020 - 05:36 PM (IST)
इंटरनेशनल डेस्कः कोरोना वायरस पिछले 6 महीने में लाखों लोगों की जान ले चुका है। इस महामारी का कहर रोकने के लिए कई कई देश इसकी वैक्सीन बनाने में जुटे हैं। अमेरिका और बिर्टन वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है। इस बीच अमेरिका की मॉडर्ना कंपनी ने भी एक वैक्सीन तैयार की है जिसका ट्रायल जारी है। लेकिन इस वैक्सीन को लगाने के बाद एक युवक के अंदर इसका बुरा असर दिखा है। वॉशिंगटन के रहने वाले इस युवक का नाम इआन हेडन (29) है। हेडन ने कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगवाई जिसके बाद उसके शरीर में बदलाव देखने को मिला है।
एक हेल्थ न्यूज वेबसाइट से बात करते हुए इआन ने बताया कि वे बेहोश हो गए थे। हालांकि, खुद पर बुरा असर होने के बावजूद इआन ने कहा कि वे चाहते हैं कि जब वैक्सीन उपलब्ध हो तो लोग टीका लगवाएं। इआन ने कहा कि वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाने के करीब 12 घंटे बाद उन्हें 103 फारेनहाइट बुखार हो गया था। तबीयत बिगड़ने पर इआन को इमरजेंसी क्लिनिक में इलाज किया गया, लेकिन जब वे वापस घर लौटे तो बेहोश हो गए। हालांकि, 24 घंटे के भीतर उनकी तबीयत में सुधार देखने को मिला। इआन हेडन ने कहा कि जब उन्हें मॉडर्ना वैक्सीन की पहली डोज लगाई गई तो हाथों में कुछ दर्द हुआ और हाथ कंधे से ऊपर उठाने में भी उन्हें दिक्कत हुई।
दूसरी डोज के बाद जब इआन हेडन की तबीयत बिगड़ी तो उन्हें सुबह 5 बजे इमरजेंसी क्लिनिक जाना पड़ा। कुछ इलाज के बाद डॉक्टरों ने उन्हें हॉस्पिटल जाने को कहा, लेकिन वे घर लौट आए। घर लौटने पर उन्हें उल्टी हुई और वे बेहोश हो गए। इआन हेडन ने कहा कि उन्हें बीमार पड़ने के बाद भी वैक्सीन लगवाने पर कोई पछतावा नहीं है। इआन ने कहा कि उन्हें इस बात का भी डर नहीं है कि इससे उनके शरीर पर लंबे वक्त तक बुरा असर पड़ सकता है। मॉडर्ना कंपनी ने इआन के साथ ही अन्य 45 वॉलेंटियर्स को भी कोरोना वैक्सीन लगाए हैं। डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक चार वॉलेंटियर्स को गंभीर दिक्कत हुई है, लेकिन किसी को भी जान का खतरा नहीं है।
मॉडर्ना कंपनी का कहना है कि इआन हेडन के साथ ही तीन कैंडिडेट को वैक्सीन की उच्च खुराक दी गई थी। हालांकि, वैक्सीन से अन्य लोगों पर जो बुरा असर हुआ है, उसके बारे में अधिक जानकारी सामने नहीं आई है। हाल ही में मॉडर्ना कंपनी ने कहा था कि शुरुआत में जिन आठ लोगों को ट्रायल के दौरान वैक्सीन की खुराक दी गई थी उसका नतीजा सकारात्मक आया। अमेरिका की यह पहली वैक्सीन है जिसका टेस्ट लोगों पर किया गया। दवा कंपनी ने यह भी कहा था कि वैक्सीन सुरक्षित मालूम पड़ती है और वायरस के खिलाफ इम्यून रेस्पॉन्स पैदा करती नजर आती है।