कोरोना से बच्चों पर बढ़ा खतरा, 6 महीने में 2.53 लाख मासूमों की जा सकती है जानःशोध

punjabkesari.in Thursday, May 14, 2020 - 04:31 PM (IST)

सिडनीः कोरोना वायरस महामारी के चलते वैज्ञानिकों ने बच्चों पर मंडरा रहे बड़े खतरे को लेकर आगाह किया है। अमेरिका के जॉन हापकिन्स यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने चेतावनी जारी की है कि जल्द से जल्द कोरोना संक्रमण पर काबू नहीं पाया गया तो विश्व के सभी देशों की स्वास्थ्य प्रणाली कमजोर हो जाएगी और स्वास्थ्य सेवाएं बाधित होने का सबसे ज्यादा असर बच्चों पर होगा। संयुक्त के राष्ट्र बाल कोष (Unicef) के के मुताबिक नियमित स्वास्थ्य सेवाएं रुक जाने के चलते मरने वाले बच्चों में बड़ी संख्या 5 साल से कम उम्र वालो की होगी व हर रोज़ 6000 से ज्यादा बच्चों की मौत हो सकती है। शोधकर्ताओं के अनुसार दुनिया के कई देशों में लॉकडाउन के चलते लोगों को भोजन की उपलब्धता भी घटी है। इसके चलते मां एवं शिशु के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ने की आशंका जाहिर की गई है।

PunjabKesari

 अमेरिका की जॉन हापकिन्स यूनिवर्सिटी के शोध में दावा किया गया है कि अगले छह महीनों में पांच साल तक की उम्र के 2.53 लाख बच्चों की अतिरिक्त मौतें हो सकती हैं। जॉन हापकिन्स यूनिवर्सिटी के शोध को लासेंट जर्नल के ताजा अंक में प्रकाशित किया गया है जिसमें कहा गया है 118 निम्न एवं मध्यम आय वाले देशों में स्वास्थ्य सेवाएं कोरोना वायरस के संक्रमण के उपचार पर केंद्रित होने से मातृ एवं शिशु से जुड़ीं चिकित्सा सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं। शोधकर्ताओं का कहना है कि यदि इन स्थितियों के न्यूनतम प्रभाव से आकलन करते हैं तो 9.8 से 18.5 फीसदी तक मृत्यु दर में इजाफा होने की आशंका है। इससे छह महीनों में पांच साल तक के 2,53,500 अतिरिक्त शिशुओं की मौतें होंगी। इस अवधि में 12,200 मातृ मौतें बढ़ेंगी।

PunjabKesari

यदि सबसे खराब स्थिति को मानकर आकलन किया जाए तो 39.3 से 51.9 फीसदी तक मौतें बढ़ सकती हैं। इससे 11,57,000 *शिशुओं तथा 56,700 माताओं की अतिरिक्त मौतें हो सकती हैं। यूनिसेफ ने इस वैश्विक महामारी से प्रभावित बच्चों को मानवीय सहायता मुहैया कराने के लिए 1.6 अरब डॉलर की मदद भी मांगी है। Unicef ने कहा कि तेजी से बाल अधिकार संकट में तत्काल कार्रवाई नहीं की गई तो पांच साल से कम उम्र के और 6,000 बच्चों की रोजाना मौत हो सकती है।' यूनिसेफ की कार्यकारी निदेशक हेनरीटा फोरे ने मंगलवार को कहा, 'स्कूल बंद हैं, अभिभावकों के पास काम नहीं है और परिवार चिंतित हैं।' उन्होंने कहा, 'जब हम कोविड-19 के बाद की दुनिया की कल्पना कर रहे हैं, ऐसे में ये फंड संकट से निपटने और इसके प्रभाव से बच्चों की रक्षा करने में हमारी मदद करेंगे।'

PunjabKesari


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Tanuja

Recommended News

Related News