अमेरिका में गाजा हिंसा का असर: यहूदी प्रदर्शनकारियों पर आतंकी हमला, ‘फ्री फिलिस्तीन’ चिल्लाते हुए शख्स ने फैंका बम (Video)
punjabkesari.in Monday, Jun 02, 2025 - 01:45 PM (IST)

Wasington: अमेरिका के कोलोराडो राज्य में एक शख्स ने यहूदियों की भीड़ पर आग लगाने वाले बम (मोलोटोव कॉकटेल) से हमला किया और "फ्री फिलिस्तीन" (Free Palestine) का नारा लगाया। यह घटना रविवार दोपहर बोल्डर शहर के पर्ल स्ट्रीट मॉल क्षेत्र में हुई, जब यहूदी समुदाय के लोग गाजा में बंधक बनाए गए इजरायली नागरिकों की याद में एक शांतिपूर्ण सभा कर रहे थे। FBI ने इस हमले को "Targeted Act of Terror" यानी लक्षित आतंकवादी हमला बताया है। एजेंसी ने पुष्टि की है कि इस घटना में कम से कम 6 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई गई है।FBI ने हमलावर की पहचान 45 वर्षीय मोहम्मद साबरी सोलिमा के रूप में की है। हमले के कुछ ही देर बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सोलिमा ने भीड़ पर आग लगाने वाला उपकरण फेंकने से पहले जोर से चिल्लाया -"फ्री फिलिस्तीन!"
Man screams ‘Free Palestine’ during fire-bombing attack on Jews in Colorado, cops took him into custody pic.twitter.com/M76cvetrKY
— Catch Up (@CatchUpFeed) June 1, 2025
FBI के असिस्टेंट डायरेक्टर बेन विलियमसन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर कहा: “यह हमला साफ तौर पर यहूदी समुदाय को निशाना बनाकर किया गया था, और इसके पीछे नफरत से प्रेरित मंशा थी।”जिस समय यह हमला हुआ, तब यहूदी समुदाय द्वारा गाजा में अब भी बचे बंधकों की रिहाई के समर्थन में एक शांतिपूर्ण प्रदर्शनी आयोजित की गई थी। इस कार्यक्रम का उद्देश्य इजरायली नागरिकों की पीड़ा को सामने लाना था, जो अक्टूबर 2024 में हमास द्वारा बंधक बना लिए गए थे। हमले के बाद बोल्डर पुलिस प्रमुख स्टीफन रेडफर्न ने बयान जारी कर कहा: “यह शहर की शांतिपूर्ण छवि के खिलाफ एक भयावह हमला था। हम सभी नागरिकों से अपील करते हैं कि वे पीड़ितों और उनके परिवारों के लिए प्रार्थना करें।”कोलोराडो यूनिवर्सिटी की 19 वर्षीय छात्रा ब्रुक कॉफमैन ने हमले को अपनी आंखों के सामने देखा। उसने बताया कि कम से कम चार महिलाएं बुरी तरह जल गई थीं और ज़मीन पर लेटी थीं।
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ब्रुक कॉफमैन ने बताया "एक महिला इतनी बुरी तरह जल चुकी थी कि उसे झंडे से ढंका गया। हर कोई चिल्ला रहा था – पानी लाओ, पानी लाओ!" कॉफमैन ने कहा कि हमलावर के हाथ में कांच की बोतल थी, वह शर्टलेस था और जोर-जोर से नारेबाजी कर रहा था। कोलोराडो के अटॉर्नी जनरल फिल वीजर ने इसे एक संभावित "हेट क्राइम" (घृणा अपराध) बताया और कहा कि जांच इस दिशा में आगे बढ़ रही है। FBI डायरेक्टर काश पटेल ने इसे साफ तौर पर आतंकवादी हमला बताया। सीनेट में यहूदी डेमोक्रेट नेता चक शूमर ने कहा, “यह भयावह है। हमें यहूदी विरोधी भावना के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा होना होगा।”यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब अमेरिका में गाजा युद्ध को लेकर गहरा ध्रुवीकरण चल रहा है। फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनों को कई बार यहूदी विरोधी (Antisemitic) कहकर निशाना बनाया गया है। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में कई विश्वविद्यालयों में फिलिस्तीन समर्थक आवाज़ों को दबाने की कोशिशों की रिपोर्टें भी सामने आई हैं। कुछ कैंपसों के फंड रोकने तक की कार्रवाई की गई है।