चीन की नई साजिश:  तिब्बतियों की भाषा, संस्कृति और पहचान को कर रहा नष्ट

punjabkesari.in Sunday, Mar 05, 2023 - 03:22 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः तिब्बत को लेकर चीन की नई साजिश का खुलासा हुआ है। अब चीनी सरकार द्वारा संचालित बोर्डिंग स्कूलों में  ब्रेन वॉश करके तिब्बतियों की भाषा, संस्कृति और पहचान को नष्ट किया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट  के अनुसार विशेषज्ञ कहते हैं, “तिब्बती शैक्षिक धार्मिक और भाषाई संस्थानों के खिलाफ दमनकारी कार्रवाइयों की एक श्रृंखला के माध्यम से तिब्बती पहचान को जबरन खत्म करने की कोशिश से हम चिंतित हैं।”

 

इन आवासीय विद्यालयों में, शैक्षिक सामग्री और पर्यावरण बहुसंख्यक हान संस्कृति के इर्द-गिर्द निर्मित हैं। पाठ्यपुस्तकों में लगभग पूरी तरह से उन अनुभवों को दर्शाया गया है जिनका हान छात्र अपने जीवन के दौरान सामना करते हैं। तिब्बती बच्चों को प्रासंगिक तिब्बती परंपराओं और संस्कृति को सीखने तक पहुंच के बिना मंदारिन चीनी (पुटोंगहुआ, मानक चीनी) में “अनिवार्य शिक्षा पाठ्यक्रम” पूरा करने के लिए मजबूर किया जा रहा है।

 

ये स्कूल तिब्बतियों की भाषा, इतिहास और संस्कृति में कई अध्ययन प्रदान नहीं करते हैं। परिणामस्वरूप, तिब्बती बच्चे अपनी भाषा में प्रवाह खो रहे हैं और तिब्बती भाषा में अपने माता-पिता और दादा-दादी के साथ आसानी से संवाद करने की क्षमता खो रहे हैं। जिससे हान चीनी पहचान के साथ उनका समावेश हो रहा है और उनकी अपनी पहचान खत्म हो रही है।

 

तिब्बत में चीनी सरकार आवासीय स्कूली शिक्षा प्रणाली का उपयोग तिब्बती लोगों को सांस्कृतिक, धार्मिक और भाषाई रूप से आत्मसात करने के लिए कर रहा है। विशेषज्ञों ने एक बयान में कहा, “हम इस बात से बहुत परेशान हैं कि हाल के वर्षों में तिब्बती बच्चों के लिए आवासीय विद्यालय प्रणाली तिब्बतियों को बहुसंख्यक हान संस्कृति में आत्मसात करने के उद्देश्य से एक अनिवार्य बड़े पैमाने के कार्यक्रम के रूप में कार्य करती दिख रही है।”


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Content Writer

Tanuja

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