डबल चुनौती से परेशान चीनः तेजी से बढ़ रही बुजुर्गों की जनसंख्या, गिरती जन्म दर बनी बड़ा संकट
punjabkesari.in Monday, Oct 28, 2024 - 12:19 PM (IST)
बीजिंग: वर्तमान में चीन दोहरी चुनौती का सामना कर रहा है। चीन की जनसंख्यात्मक संकट के कारण हजारों किंडरगार्टन बंद हो गए हैं, क्योंकि बच्चों का नामांकन तेजी से गिर रहा है। सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में किंडरगार्टनों की संख्या 14,808 घटकर 274,400 हो गई है। पिछले तीन वर्षों से किंडरगार्टन में बच्चों की संख्या लगातार कम हो रही है, जो पिछले साल 5.35 मिलियन या 11.55 प्रतिशत घटकर 40.9 मिलियन पहुंच गई। इसी प्रकार, प्राथमिक स्कूलों की संख्या भी 5,645 घटकर 143,500 हो गई है, जो 3.8 प्रतिशत की गिरावट दर्शाती है।
पिछले साल, चीन की जनसंख्या 1.4 बिलियन पर आ गई, और जन्मों की संख्या सिर्फ 9 मिलियन रही, जो 1949 के बाद का सबसे कम रिकॉर्ड है। अब चीन की जनसंख्या भारत से कम हो गई है। इस समय चीन दो समस्याओं का सामना कर रहा है: एक तरफ जन्म दर में कमी और दूसरी तरफ बुजुर्गों की संख्या बढ़ती जा रही है। 2023 के अंत तक 60 साल और उससे अधिक उम्र की जनसंख्या 300 मिलियन तक पहुंचने की उम्मीद है, और यह 2035 तक 400 मिलियन और 2050 तक 500 मिलियन हो सकती है। कई किंडरगार्टन अब बुजुर्गों की देखभाल के केंद्रों में बदल रहे हैं।
चीन में अधिकांश बुजुर्ग सरकारी सहायता पर निर्भर हैं, जिससे सरकारी वित्त पर दबाव बढ़ रहा है। अधिकारियों का मानना है कि एक समय की एक संतान नीति, जिसे 2016 में खत्म कर दिया गया था, इस स्थिति का कारण है। हाल ही में, चीन ने पुरुषों की सेवानिवृत्ति की उम्र 60 से बढ़ाकर 63 और महिलाओं की 55 से 58 वर्ष कर दी है। अब किंडरगार्टन संचालकों को छोटे बच्चों के लिए शिक्षा बढ़ाने और देखभाल-शिक्षा प्रणाली स्थापित करने के लिए नई रणनीतियाँ अपनानी होंगी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के 2021 के आंकड़ों के अनुसार, 30% से अधिक चीनी परिवारों को बाल देखभाल की जरूरत है, लेकिन केवल 5.5% परिवारों ने अपने बच्चों को नर्सरी में दाखिला कराया है।