मांस की कमी को पूरा करने के लिए चीन में पाले जा रहे हैं विशालकाय सूअर

punjabkesari.in Monday, Oct 07, 2019 - 06:07 PM (IST)

इंटरनेशल डेस्कः चीन में पॉर्क मीट (सूअर का मांस) की कमी को पूरा करने के लिए देश के दक्षिण क्षेत्र में बड़े सूअरों को पाला जा रहा है। यहां एक ऐसा फार्म हाउस है जहां बड़े सूअरों को पाला जाता है जो ध्रुवीय भालू के बराबर है। इनका वजन 500 किलो तक यानी 1,102 पाउंड के बराबर है। 

 

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बड़े  सूअरों की कीमत भी बड़ी

बूचड़खानों में कुछ बड़े सूअरों की बिक्री 10,000 से ज्यादा युआन यानी करीब 1400 डॉलर तक होती है जोकि आम सूअरों की बिक्री से 3 गुना अधिक होती है। इससे आर्थिक आय बहुत बढ़ जाती है। इसी इलाके में सूअरों के फार्म का मालिक पैंग कॉन्ग भी रहते हैं। चीन में सूअरों का मीट सबसे ज्यादा खाया जाता है। इन बड़े सूअरों को पालने को लेकर यह मुहावरा बिल्कुल सही  है कि ‘बड़ा है तो बेहतर है’ 

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बड़ा है तो बेहतर है

दरअसल, चीन में अफ्रीकन स्वाइन फ्लू के चलते बीते एक साल में एक तिहाई सुअरों की मौत हो चुकी है। पोर्क की कमी और बढ़ते दाम के चलते चीन के पूर्वोत्तर प्रांत जिलिन में  किसान एक आम 125 किलोग्राम के सूअर के प्रजनन के बजाय 175 किलोग्राम से 200 किलोग्राम के औसत वजन वाले सूअरों के प्रजनन के लिए प्रेरित कर रही हैं। ब्लूमबर्ग में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन के किसान ज्यादा पैसों के लिए  इस तरह के बड़े सुअरों की ब्रीडिंग का तरीका अपना रहे हैं। ऐसे ही एक किसान ज़ाओ हैलिन के मुताबिक, ‘हम इनको जितना हो सके उतना बड़ा करना चाहते हैं।’ इतने बड़े सूअरों के प्रजनन की तरफ केवल किसानों का ही झुकाव नहीं है। बल्कि चीन की बड़ी प्रोटीन प्रोड्यूसर कंपनियां जैसे Wens Foodstuffs Group Co और Cofco Meat Holdings Ltd भी अपने यहां पाले जानेवाले सूअरों के साइज बढ़ाने की कोशिश में लगी हुई हैं।  एक सीनियर एनालिस्ट लिन गुआफ के मुताबिक बड़े-बड़े किसान इनका वजन करीब 14 प्रतिशत तक बढ़ाने में जुटे हुए हैं। जिससे उनके मुनाफे में 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी जा रही है। अनुमानों के मुताबिक, चीन में पोर्क की कीमतें रिकॉर्ड स्तर तक बढ़ गई हैं। केवल इस साल का हाल देखा जाए तो पोर्क की कीमतों में करीब 70 फिसदी का इजाफा दर्ज किया गया है।

 

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2020 तक और गंभीर हो सकती है स्थिति

चीनी वाइस प्रीमियर हू चुनहुआ ने चेतावनी दी कि 2020 की पहली छमाही तक पोर्क आपूर्ति की स्थिति बेहद गंभीर हो जाएगी। चीन को इस साल करीब 10 मिलियन टन तक की पोर्क मीट की कमी का सामना कर सकता है। ऐसे में ग्लोबल ट्रेड के मुताबिक देखें तो चीन को घरेलू स्तर पर इनका उत्पादन को बढ़ाना होगा। हालांकि शेडोंग, हेबेई और हेनान के प्रमुख पशुधन प्रांतों की हालिया यात्रा के दौरान, हू चुनहुआ ने स्थानीय सरकारों से जल्द से जल्द पोर्क उत्पादन शुरू करने का आग्रह किया। जिससे ये बढ़ते दाम अगले साल तक सामान्य स्तर पर पहुंच जाए। हालांकि फिर भी, कई किसान पहले की स्थिति को ध्यान में रखते हुए सूअरों के पुनर्संग्रहण में जुटे हुए हैं। दरअसल, सूअरों के बच्चों और उनकी प्रजनन को लेकर बढ़ती महंगाई ने किसानों के लिए उनके झुंडों का पुनर्निर्माण करना काफी मुश्किल बना दिया है। ऐसे में सूअरों के साइज में वृद्धि को ही वो मौजूदा वक्त सबसे अच्छा कदम मान रहे हैं। 


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Edited By

prachi upadhyay

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