चीन पर होने वाला था बड़ा खुलासा, लेकिन उससे पहले ही उइगर मुस्लिम की हत्या!

punjabkesari.in Tuesday, Oct 06, 2020 - 01:53 PM (IST)

बीजिंग: चीन में उइगर मुस्लिमों की स्थिति को लेकर बड़ा खुलासा होने वाला था, लेकिन इससे पहले कि बीजिंग का क्रूर चेहरा दुनिया के सामने आ पाता, संबंधित व्यक्ति को मौत के घाट उतार दिया गया। हालांकि, चीन की कम्युनिस्ट सरकार इस हत्या को ‘सामान्य’ मौत बता रही है। चीन ने संयुक्त राष्ट्र के समक्ष यह स्वीकार किया है कि अब्दुल गफूर नामक जिस उइगर मुस्लिम की गुमशुदगी की बात कही जा रही है, उसकी मौत हो गई है। संयुक्त राष्ट्र कार्य दल से अप्रैल 2019 में शिकायत की गई थी कि उइगर समुदाय के अब्दुल पिछले काफी समय से गायब हैं और चीनी सरकार उनके बारे में कोई जानकारी प्रदान नहीं कर रही है। 

चीन ने कहा, निमोनिया हुआ था 
बीजिंग ने संयुक्त राष्ट्र को बताया है कि अब्दुल गफूर की 3 नवम्बर, 2018 को निमोनिया और टी.बी. के चलते मौत हो गई थी, हालांकि मृतक की बेटी यह मानने को तैयार नहीं है। उसका कहना है कि उसके पिता को 2017 से शिनजियांग प्रांत के शिविर में जबरन कैद करके रखा गया था और प्रताडऩा के कारण उनकी मौत हुई है। फातिमा का कहना है कि उन्हें अपने पिता का आखिरी मैसेज वीचैट पर मिला था, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह कोई बहुत जरूरी बात मुझे बताना चाहते हैं, लेकिन बाद में जब मैंने उन्हें कॉल किया तो संपर्क नहीं हो सका। फातिमा के मुताबिक, चीनी अधिकारियों ने उनके पिता के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं दी।

चीन में मानवाधिकारों का उल्लंघन: फ्रांस में 300 से अधिक प्रदर्शनकारियों ने किया प्रदर्शन
फ्रांसीसी राजधानी शहर पैरिस ने हाल ही में 300 से अधिक लोगों के विरोध प्रदर्शनों को देखा, जो कई समूहों से संबंधित थे। वे एफिल टॉवर के पास टरोकरडो स्क्वायर पर एकत्र हुए और चीन द्वारा मानवाधिकारों के उल्लंघन के खिलाफ प्रदर्शन किया।


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Anil dev

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