ये है दुनिया का सबसे महंगा शहर, घर की कीमत से दोगुना महंगा हुआ कार खरीदना
punjabkesari.in Thursday, Oct 05, 2023 - 07:31 AM (IST)
इंटरनेशनल डैस्क : कोरोना जैसी घातक महामारी से कई देशों की आर्थिक स्थिति में उथल-पुथल होती नजर आई। ऐसे में कुछ देशों ने रिकवरी के लिए महंगाई दर बढ़ाई, लेकिन इस बीच एक देश ने ऐसा फैसला लिया है, जिसके बारे में सुनकर आप भी हैरान रह जाओगे। यह देश है सिंगापुर...जी हां, यहां महामारी के बाद वाहन कोटा प्रणाली की लागत को ऊंचाइयों तक बढ़ा दिया है। इसी के साथ सिंगापुर कार खरीदने के लिए दुनिया का सबसे महंगा स्थान बन गया है।
घर की कीमत से दोगुना महंगा हुआ कार खरीदाना
वैसे तो अन्य देशों में कार खरीदना बेहद आसान रहता है, लेकिन सिंगापुर में कार का मालिक बनना सबसे मुश्किल है। दरअसल, नए नियम के अनुसार, सिंगापुर में एक कार के मालिक होने के लिए पहले एक प्रमाण पत्र के लिए बोली लगानी होगी, जिसकी कीमत अब 106,000 डाॅलर है, यानी कि भारत की रकम के हिसाब से 88,23493 बनती है। वहीं यहां अगर सरकारी सब्सिडी वाला घर खरीदना हो तो उसकी कीमत लगभग S$125,000 है यानी कि कार से कम।
अमेरिका में इतने में आ जाती हैं 4 टोयोटा
रोतक बात यह है कि सिंगापुर में जितना खर्च कर एक कार मिलती है, उतने में अमेरिका में 4 टोयोटा कैमरी हाइब्रिड आ जाती है। सीओई, पंजीकरण शुल्क और करों सहित, एक नए मानक टोयोटा कैमरी हाइब्रिड की कीमत वर्तमान में सिंगापुर में S$251,388 ($183,000) है, जबकि अमेरिका में इसकी कीमत $28,855 है।
क्यों जरूरी है प्रमाण पत्र ?
सिंगापुर जैसे छोटे देश में वाहनों की संख्या को नियंत्रित करने के लिए 1990 में 10 साल की "पात्रता प्रमाणपत्र" (सीओई) प्रणाली शुरू की गई है। सिंगापुर में जनसंख्या 5.9 मिलियन है और यहां लोग कार के जरिए एक घंटे के भीतर ही पूरे शहर में घूम लेते हैं। ऐसे में सड़क हादसे ना हों, साथ ही शहर में अधिक जाम ना हो, इसी कारण सीओई प्रणाली अपनाई गई। इसके तहत सड़क पर वाहनों की कुल संख्या लगभग 950,000 तक सीमित की गई है। हालांकि, महंगी कार मिलने के बावजूद यहां खरीदारों की संख्या कम नहीं हुई।
यहां शराब पीकर गाड़ी चलाना, गाड़ी चलाते समय फोन का इस्तेमाल करना, खतरनाक गाड़ी चलाना और कार रेसिंग करना सभी गैरकानूनी है। अगर कोई कानून तोड़ता है तो उसका प्रमाण पत्र रद्द भी किया जा सकता है और अदालत में मुकदमा चलाया जा सकता है।