कुछ देशों से पूरी तरह खत्म हो जाएगा इस्लाम? वजह कर देगी हैरान
punjabkesari.in Saturday, Apr 05, 2025 - 06:56 PM (IST)

International Desk: दुनिया में इस्लाम दूसरा सबसे बड़ा धर्म है, जिसकी आबादी करीब 1.9 अरब है। यह सबसे तेजी से बढ़ने वाले धर्मों में से भी एक है। इस्लाम में लगभग 1.5 अरब सुन्नी और 25-35 करोड़ शिया मुसलमान हैं। फिलहाल दुनिया के 50 से ज्यादा देशों में 50% से अधिक आबादी मुस्लिम है। वैसे तो मुस्लिम आबादी दुनिया के हर कोने में मौजूद है, लेकिन उत्तरी और मध्य अफ्रीका मध्य पूर्व, दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया इनकी संख्या सबसे अधिक है। इन क्षेत्रों में 90% से भी ज्यादा लोग मुस्लिम हैं। पर सवाल उठता है क्या आने वाले समय में कुछ देशों से मुस्लिम आबादी पूरी तरह खत्म हो सकती है?
इन कारणों से खत्म हो सकती है मुस्लिम आबादी?
अगर ऐसा होता है तो इसके पीछे माइग्रेशन (प्रवास), धार्मिक परिवर्तन, जनसांख्यिकीय बदलाव और राजनीतिक-समाजिक दबाव जैसे कारण जिम्मेदार होंगे। अभी इस बारे में कोई सटीक भविष्यवाणी करना मुश्किल है, लेकिन कुछ देशों की मौजूदा स्थितियां संकेत देती हैं कि वहां मुस्लिम आबादी बेहद कम हो सकती है। प्यू रिसर्च सेंटर की 2015 की रिपोर्ट के मुताबिक, मुस्लिम आबादी दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ रही है। 2015 में मुसलमानों की संख्या 1.8 अरब थी और 2050 तक यह बढ़कर करीब 2.76 अरब हो सकती है। इसकी बड़ी वजह है मुस्लिम समाज में तेजी से बढ़ती जन्म दर और युवा आबादी । हालांकि छोटे देशों में मुस्लिम आबादी के पूरी तरह खत्म होने की आशंका जताई जा रही है।
यहां मुस्लिम आबादी पूरी तरह गायब हो सकती
माइक्रोनेशिया, नाउरू, तुवालु जैसे छोटे देशों में मुस्लिम आबादी पहले से ही 1% से भी कम है। अगर यहां प्रवासन (migration) नहीं हुआ या स्थानीय लोग इस्लाम स्वीकार नहीं करते, तो आने वाले दशकों में यहां मुस्लिम आबादी पूरी तरह गायब हो सकती है। इसी तरह चेक गणराज्य और एस्टोनिया जैसे यूरोपीय देशों में भी मुस्लिमों की संख्या 0.2% से भी कम है। यहां पर सेक्युलरिज्म यानी धर्मनिरपेक्षता का बोलबाला है। अगर मुस्लिम आबादी में वृद्धि नहीं हुई और दूसरे धर्म के साथ विवाह या पलायन जारी रहा, तो मुस्लिम आबादी नगण्य हो सकती है।
राजनीतिक और सामाजिक उत्पीड़न
कुछ देशों में राजनीतिक और सामाजिक उत्पीड़न भी मुस्लिम आबादी के कम होने की वजह बन रहा है। म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों को लंबे समय से प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा है। अगर यह स्थिति जारी रही, तो म्यांमार में मुस्लिम लगभग खत्म हो सकते हैं। सीरिया और यमन में युद्ध और अस्थिरता के चलते लाखों मुसलमान पहले ही दूसरे देशों में पलायन कर चुके हैं। आने वाले वर्षों में यहां की मुस्लिम आबादी और घट सकती है। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि बड़े देशों में मुस्लिम आबादी पूरी तरह से खत्म होना लगभग असंभव है। लेकिन छोटे देशों में, जहां पहले से ही मुस्लिमों की संख्या बेहद कम है, वहां आने वाले 50 वर्षों में मुस्लिम आबादी "न के बराबर" हो सकती है। सब कुछ प्रवास, धार्मिक परिवर्तन, राजनीतिक हालात और समाजिक बदलावों पर निर्भर करेगा।