बोइंग के सीईओ ने माना, सॉफ्टवेयर की कमी के कारण हुए हादसे
punjabkesari.in Friday, Apr 05, 2019 - 05:26 AM (IST)
इंटरनेशनल डेस्कः विमान निर्माता कंपनी बोइंग के सीईओ ने गुरुवार को स्वीकार किया कि जेट 737 मैक्स में सॉफ्टवेयर की कमी के चलते विमान क्रैश की घटनाएं बढ़ीं हैं। उन्होंने कहा कि हम इस पर काम कर रहे हैं और सॉफ्टवेयर को अपडेट कर रहे हैं, जिससे कि आगे ऐसी घटनाओं पर रोक लग सके।
मुइलेनबर्ग ने गुरुवार को ट्विटर पर एक वीडियो साझा कर बताया कि ऐसी घटनाओं को खत्म करना हमारी जिम्मेदारी है, हम इसके मालिक हैं और हम जानते हैं कि यह कैसे करना है। इथियोपिया एयरलाइंस की उड़ान 302 की रिपोर्ट आने के बाद बोइंग के मुइलेनबर्ग ने इसकी जिम्मेदारी ली। रिपोर्ट में, इथियोपियाई जांचकर्ताओं ने कहा कि जेट के पायलटों ने दुर्घटना से पहले सभी सुरक्षा प्रक्रियाओं का पालन किया।
We at Boeing are sorry for the lives lost in the recent 737 accidents and are relentlessly focused on safety to ensure tragedies like this never happen again.
— Dennis A. Muilenburg (@BoeingCEO) April 4, 2019
Watch the full video here: https://t.co/kZawq35YnZ pic.twitter.com/G9uIHjxsWi
इससे पहले इस फील्ड के एक्सपर्ट का कहना था कि हादसे की वजह बोइंग की MCAS टेक्नोलॉजी है जो एक एंटी-स्टॉल सॉफ्टवेयर है। विवादों के बाद बोइंग ने अपडेटेड MCAS सॉफ्टवेयर की टेस्टिंग की है। टेस्ट के दौरान कंपनी के CEO डेनिस मुलेनबर्ग खुद विमान में सवार थे।
Experienced the MCAS software update performing safely in action during a 737 MAX 7 demo flight. Thanks to our great pilots for taking me up and for the focus on safety. Learn more: https://t.co/w2XaPA1jyS pic.twitter.com/Fe6D7Guolf
— Dennis A. Muilenburg (@BoeingCEO) April 3, 2019
MCAS ऐसा सॉफ्टवेयर है जो स्टॉलिंग की स्थिति में विमान के नोज को नीचे करता है और बैलेंस बनाने के कोशिश करता है। नोज के नीचे जाने से पायलट घबरा जाते हैं और मैनुअल और ऑटोमेटिक कोशिश में विमान हादसे का शिकार हो जाता है। इथोपिया विमान हादसे से कुछ महीने पहले Lion Air हादसा हुआ था। इस हादसे के पीछे भी Boeing 737 MAX 7 का MCAS सॉफ्टवेयर जिम्मेदार ठहराया गया।