बिलावल ने इमरान को देश की सुरक्षा के लिए बताया खतरा, ''बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी'' के लिए फटकारा

punjabkesari.in Sunday, Jun 27, 2021 - 03:13 PM (IST)

पेशावरः पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान एक बार फिर विपक्ष के निशाने पर है।  परमाणु कार्यक्रम पर बयान देने के बाद देश में उनकी काफी आलोचना हो रही है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने शनिवार को प्रधानमंत्री इमरान खान को देश के परमाणु कार्यक्रम पर उनकी हालिया टिप्पणी के बाद 'देश की सुरक्षा के लिए खतरा' बताया।  हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा था कि के पाकिस्तान के परमाणु हथियार उसकी प्रतिरोधक क्षमता हैं। ये देश की सुरक्षा के लिए जरूरी हैं। अगर कश्मीर मुद्दा हल हो जाए तो पाकिस्तान को इन हथियारों की जरूरत नहीं होगी।

 

बिलावल ने पाकिस्तान के गुलाम कश्मीर (PoK) के कोटली इलाके में एक रैली के दौरान कहा कि पाकिस्तान को अपनी परमाणु क्षमता देने वाले उनके दादा जुल्फिकार भुट्टो को सुरक्षा के लिए जोखिम बताय गया था। उनकी मां, पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के साथ भी ऐसा ही हुआ। लेकिन जब  कठपुतली प्रधानमंत्री कहते हैं कि हमें परमाणु हथियार कार्यक्रम की कोई आवश्यकता नहीं है, तो क्या वह सुरक्षा के लिए जोखिम नहीं बनते? बिलावल ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री ने न केवल पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर   (PoK) पर समझौता कर लिया है, बल्कि पाकिस्तान की परमाणु क्षमता से भी समझौता करना चाहते हैं। आपको उन संस्थाओं को एक संदेश देना होगा, जिन्होंने आपको परमाणु क्षमता और मिसाइल तकनीक देने वाले व्यक्ति को सुरक्षा जोखिम घोषित किया है।  बिलावल कहा कि(PoK) में लोग प्रधानमंत्री इमरान खान की वजह से 'बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी' से जूझ रहे हैं।

 

जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, बिलावल ने मीरपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी पार्टी पीओके में लोगों के साथ खड़ी है क्योंकि उन्होंने हमेशा मुश्किल समय में पार्टी का साथ दिया है। पीपीपी अध्यक्ष ने कहा कि वह लोगों की "असहायता" को सहन नहीं कर सकते  । बिलावल ने यह भी दावा किया कि पीपीपी एकमात्र पार्टी है जो दोनों क्षेत्रों की रक्षा कर सकती है। उन्होंने कहा कि “आपको बड़े अंतर से पीपीपी उम्मीदवारों को चुनने में मदद करनी होगी और  पीपीपी 25 जुलाई को चुने जाने के बाद कश्मीर के लोगों की सेवा करेगी।

 

इससे पहले पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के महासचिव ने नेशनल असेंबली में मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री को  पाकिस्तान का परमाणु कार्यक्रम पर टिप्पणी करने का अधिकार किसने दिया?" उन्होंने कहा कि इमरान खान को पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम को वापस लेने के लिए सत्ता में लाया गया है। यह विदेशी दानदाताओं का एजेंडा है। उन्होंने आरोप लगाया कि बयान देने का उद्देश्य एक संदेश भेजना था कि पाकिस्तान अपने प्रतिरोधक क्षमता को वापस लेने के लिए तैयार है।


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Content Writer

Tanuja

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