इमरान सरकार ने TLP से विवाद सुलझाने के लिए बरेलवी मौलवियों का लिया सहारा

punjabkesari.in Sunday, Oct 31, 2021 - 05:09 PM (IST)

इस्‍लामाबादः पाकिस्‍तान में प्रतिबंधित आतंकी  समूह तहरीक ए लब्‍बैक पाकिस्‍तान (TLP) के कारण देश के हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। देश में  TLP के  विरोध दौरान  प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई झड़प में  कई लोगों की जान तक चली गई जबकि कई अन्‍य घायल भी हो गए । इनमें पुलिसकर्मी भी शामिल थे।  मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इन हालात के मद्दनजर अब TLP ने 12 सदस्‍यों की एक कमेटी बनाई है जो इमरान खान की सरकार और इस संगठन के बीच सुलह का रास्‍ता तलाश करने में अहम भूमिका निभाएगी।  वहीं  प्रधान मंत्री इमरान खान सरकार ने भी इस मुद्दे पर बातचीत के लिए बरेलवी स्कूल के वरिष्ठ मौलवियों की एक नई धार्मिक टीम का सहारा लिया है ।

 

डॉन की रिपोर्ट के अनुसार  विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और नेशनल असेंबली के अध्यक्ष असद कैसर और एमएनए अली मोहम्मद खान के नेतृत्व में नई वार्ता टीम ने TLP नेताओं से मुलाकात की।  वरिष्ठ मौलवियों  के  प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व धार्मिक मामलों के मंत्री पीर नूरुल हक कादरी ने किया। हालांकि वरिष्ठ मौलवियों जिनमें से सभी बरेलवी थे,  ने बैठक में  हाफिज ताहिर अशरफी  की उपस्थिति पर आपत्ति जताई और बैठक छोड़कर चले गए।डॉन की रिपोर्ट के अनुसार  देर रात जारी अपनी दूसरी विज्ञप्ति में TLP ने सरकार द्वारा दिए गए सभी आश्वासनों का पालन करने के लिए सहमति व्यक्त की, जिसमें वजीराबाद में मार्च को रोकना भी शामिल है।

 

 प्रधान मंत्री से मिलने वाले मौलवियों में से एक ने डॉन को बताया कि खान ने वार्ताकारों को केवल एक संदेश और एक जनादेश दिया था  और वह था साद रिज़वी को रिहा कर दिया जाए।बैठक के बाद, धार्मिक मामलों के मंत्री ने मौलवियों के साथ बनिगला में मीडियाकर्मियों से बात की और विश्वास व्यक्त किया कि मामले को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझा लिया जाएगा। जियो न्‍यूज का कहना है कि शनिवार को धार्मिक मामलों के मंत्री और इंटर फेथ हारमनी के पीर नूर उल हक कादरी ने बताया है कि TLP ने सरकार से बातचीत के लिए जिन लोगों को चुना है वो इस संबंध में अपनी बात सरकार के सामने रखेंगे।

 

उनका ये भी कहना है कि देश के धार्मिक नेताओं ने प्रधानमंत्री इमरान खान से मुलाकात कर इस मामले को शांतिपूर्ण तरीके से हल करने की अपील की है।कादरी ने एक बैठक में में कहा कि सरकार हमेशा से ही विवादित मुद्दों का हल शांतिपूर्ण तरीके से बातचीत के द्वारा हल करने के समर्थन में रही है।  कादरी ने बताया है कि इस विवाद को सुलझाने के लिए प्रधानमंत्री इमरान खान ने उलेमाओं से भी उनके सुझाव मांगे हैं, जिससे देश को बचाया जा सके और खून खराबे को रोका जा सके। 


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Content Writer

Tanuja

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