Shocking: ऑस्ट्रेलियाई संसद में भाषण दे रहे ब्रिटिश किंग चार्ल्स पर चिल्लाई महिला सांसद, बोलीं-"आप हमारे राजा नहीं... हत्यारे हैं" (Video)

punjabkesari.in Monday, Oct 21, 2024 - 06:47 PM (IST)

International Desk: ऑस्ट्रेलिया की संसद में किंग चार्ल्स के भाषण के दौरान हुई घटना ने एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक और राजनीतिक विमर्श को उजागर किया है। ब्रिटेन के राजा के रूप में  किंग चार्ल्स की यह  पहली ऑस्ट्रेलियाई यात्रा थी, और इस अवसर पर उन्होंने संसद के ग्रेट हॉल में सांसदों और सीनेटरों को संबोधित किया। हालांकि, इस समारोह के दौरान एक अप्रत्याशित मोड़ आया, जब स्वतंत्र सीनेटर लिडिया थोर्प ने उनके भाषण समाप्त होने के तुरंत बाद किंग चार्ल्स के खिलाफ जोर से विरोध प्रकट करना शुरू किया।

 

Reposting this video cause it was suddenly deleted. Senator Lidia Thorpe shouting at King Charles in Parliament House, “You are not our King! This is not your land!”. She is very much representing the strong feeling of indigenous Australians. #NotMyKingpic.twitter.com/8kR5SkdgB3

— Zandi Sussex (@ZandiSussex) October 21, 2024

लिडिया थोर्प, जो स्वयं एक स्वदेशी ऑस्ट्रेलियाई हैं, ने किंग चार्ल्स को चुनौती देते हुए कहा, "आप मेरे राजा नहीं हैं," और साथ ही ये भी बताया कि उन्हें उनकी जमीन वापस करनी चाहिए।  उन्होंने कहा, "हमें हमारी जमीन लौटाएं।" उन्होंने अपने भाषण में यह भी बताया कि कैसे ब्रिटेन के राजशाही ने स्वदेशी लोगों के साथ अत्याचार  और हमारे लोगों का नरसंहार किया है।" यह विरोध न केवल व्यक्तिगत अनुभवों की अभिव्यक्ति था, बल्कि यहऑस्ट्रेलियाई स्वदेशी समुदायों के खिलाफ ऐतिहासिक अत्याचारों की ओर ध्यान आकर्षित करने का प्रयास भी था। थोर्प ने आगे कहा, "आपने हमारी जमीनें बर्बाद कर दी हैं," और उनसे यह आग्रह किया कि वे स्वदेशी लोगों के लिए एक संधि बनाएँ। उनका यह कटाक्ष, ऑस्ट्रेलिया के स्वदेशी लोगों के अधिकारों की बहाली का एक महत्वपूर्ण आह्वान था, जो स्पष्ट करता है कि ब्रिटिश कब्जे के दौरान वहां के मूल निवासियों के अस्तित्व पर कितना असर पड़ा है।

 

NEW: This is the moment King Charles's speech in Australia's Parliament House was interrupted by Senator Lidia Thorpe, who told him: 'You are not my King'

🗣 'You have committed genocide against our people.' pic.twitter.com/KkExsbCGTb

— The National (@ScotNational) October 21, 2024

बता दें कि  ऑस्ट्रेलिया में, ब्रिटेन से आए बाशिंदों ने लगभग 200 वर्षों तक स्वदेशी लोगों के खिलाफ हिंसा का सहारा लिया। इस अवधि में सैकड़ों मूलनिवासियों का नरसंहार हुआ, और यह प्रक्रिया 1930 के दशक तक जारी रही। आज भी, ऑस्ट्रेलिया में स्वदेशी समुदायों को नस्लवाद, भेदभाव और सामाजिक असमानताओं का सामना करना पड़ता है। आधुनिक ऑस्ट्रेलिया में, जहां किंग चार्ल्स राजनैतिक प्रणाली का एक भाग हैं, के लिए यह घटना राजनीतिक, सामाजिक और ऐतिहासिक संदर्भ में महत्वपूर्ण है। थोर्प ने पहले भी कहा है कि उन्हें "उपनिवेशवादी महारानी" जैसे शब्दों का उपयोग करने में यकीन है, जो इस बात को दिखाता है कि वह राजशाही की नीतियों के प्रति कितनी सख्त हैं। 

 


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Content Writer

Tanuja

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