चीन में फिर मुसलमानों पर अत्याचार, मस्जिद गिराने पर भड़की जनता, पुलिस से झड़प का वीडियो वायरल
punjabkesari.in Thursday, Jun 01, 2023 - 05:38 AM (IST)

इंटरनेशल डेस्कः चीन के दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र में स्थित मुस्लिम बाहुल्य इलाके में शनिवार (27 मई) को स्थानीय जनता और पुलिस के बीच भिड़ंत हो गई। इसके पीछे की वजह ये थी कि स्थानीय पुलिस इलाके में मौजूद सदियों पुरानी मस्जिद की गुंबददार छत को गिराने के लिए आई हुई थी। इसी को रोकने के लिए स्थानीय लोगों और पुलिस के बीच भिड़ंत हो गई।
चीन में स्थानीय सरकार धार्मिक प्रथाओं पर नियंत्रण करना चाहती है। इसमें चीनी कम्युनिस्ट पार्टी लगातार ऐसी कोशिश करते रहती है, जिसमें खासकर वहां रहने वालों मुस्लिम लोगों को नुकसान पहुंच सके।
📹 Footage from China's Yunnan province allegedly shows clashes between Hui Muslims and police after being denied mosque entry.
— Mete Sohtaoğlu (@metesohtaoglu) May 29, 2023
Online info hints at authorities planning mosque demolition. pic.twitter.com/f0MTjZZqZg
मस्जिद की गुंबददार छत को गिराने के लिए आई पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच हुई झड़प की एक वीडियो बहुत वायरल हो रहा है। इस घटना से जुड़ी वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि शनिवार की सुबह नजियायिंग मस्जिद के गेट के पास पुलिस और स्थानीय लोगों के साथ झड़प हो रही है। इस दौरान जनता के आक्रोश का पुलिस को सामना करना पड़ा।
आखिरकार पुलिस जनता के विरोध के दबाव में पीछे हट गई। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने गेट के बाहर धरना दिया। द वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार ये घटना साल 2020 से जुड़े कोर्ट के फैसले से जुड़ी हुई है, जिसमें मस्जिद के बनाए गए कुछ हिस्सों को अवैध माना गया और उसे तोड़ने का आदेश दिया गया।
बता दें कि इससे पहले साल 2018 में भी चीनी सरकार हुई मुस्लिमों की निंगशिया में स्थित एक मस्जिद को तोड़ना चाहती थी। लेकिन मुस्लिमों के विरोध के बाद सरकार ने कुछ दिनों की शांति पकड़ ली थी। तथा बाद में मीनारों और गुंबदों को तोड़कर उसे चीनी संस्कृति के पगोड़ा में बदल दिया गया था। इसी तरह अक्टूबर 2021 में चीन के उत्तर-पश्चिमी शहर जिनिंग में स्थित डोंगुआन मस्जिद चीन की कम्युनिस्ट सरकार की शिकार हुई थी। लगभग 700 वर्ष पुरानी इस ऐतिहासिक मस्जिद के हरे गुंबदों को नष्ट कर दिया गया था।
ज्ञात हो कि कम्युनिस्ट चीन में नागरिकों को धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार नहीं है। साल 2021 में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने ‘धर्म का चीनीकरण’ करने की बात कही थी। इसका सीधा मतलब यह है कि चीन धार्मिक आस्थाओं को चीनी संस्कृति और समाज के अनुकूल बनाना चाहता है।