‘हिंद महासागर को भारत का ‘बैकयार्ड ’ समझना परेशानी का सबब’’

punjabkesari.in Wednesday, Jul 01, 2015 - 04:42 PM (IST)

बीजिंग: चीन ने कहा है कि सामरिक रूप से महत्वपूर्ण हिंद महासागर क्षेत्र में स्थिरता लाने में वह भारत की विशेष भूमिका को स्वीकार करता है लेकिन इसे भारत का ‘‘बैकयार्ड ’’ समझने की धारणा परेशानी का सबब बन सकती है। चीन के राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय के सामरिक संस्थान के एेसोसिएट प्रोफेसर और सीनियर कैप्टन झाआे यी ने यहां भारतीय पत्रकारों और चीन की यात्रा पर आए भारतीय मीडिया प्रतिनिधिमंडल से बातचीत के दौरान कहा, ‘‘ एक खुले समुद्र और समुद्र के अंतरराष्ट्रीय क्षेत्रों के लिए आंगन (बैकयार्ड) शब्द का इस्तेमाल करना बहुत अधिक उचित नहीं है ।’’ 
 
 हिंद महासागर में चीनी नौसेना के बढ़ते दखल पर भारत की चिंताओं के संबंध में किए गए एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ भूगौलिक स्थिति के हिसाब से बात करें तो मैं यह स्वीकार करता हूं कि भारत ने हिंद महासागर और दक्षिण एशियाई क्षेत्र में स्थिरता में विशेष भूमिका अदा की है ।’’ उन्होंने कहा कि यदि भारत यह मानता है कि हिंद महासागर उसका आंगन है तो कैसे अमेरिका, रूस और आस्ट्रेलिया की नौसेनाएं हिंद महासागर में मुक्त आवाजाही करती हैं?
 
 21वीं सदी में हिंद महासागर पर ध्यान केंद्रित होने और इसके परिणामस्वरूप कई संघर्ष छिडऩे की अमेरिकी शोधकर्ता की भविष्यवाणी का जिक्र करते हुए कैप्टन झाआे ने कहा कि वह अमेरिकी शोधकर्ता के विचारों से इत्तेफाक नहीं रखते लेकिन यदि हिंद महासागर को भारत का आंगन समझने की धारणा बनी रहती है तो एेसी किसी आशंका से ‘समाप्त’ नहीं किया जा सकता।  

सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News