Watch Pics: ये स्टूडेंट स्कूल का नियम तोड़ बन गया करोड़ों का मालिक!

punjabkesari.in Sunday, May 24, 2015 - 05:11 PM (IST)

नई दिल्ली: 16 साल का जैक कार्टर नाम का ये स्टूडेंट अनुशासन तोड़ते ही करोड़ों का मालिक बन गया। आज जैक कार्टर ग्लोबल सॉफ़्टवेयर ग्रुप एवीजी का सीईओ हैं। साल 2005 में जैक इंग्लैंड के नोर्फाक स्थित एक स्कूल में पढ़ता था, जहां कंप्यूटर नेटवर्क पर लगी बंदिशों से उसे चिढ़ थी। इसी के चलते कंप्यूटर प्रोग्रामिंग में गहरी रुचि रखने वालेे जैक ने सिस्टम हैक करने की सोची और फिर शुरु हुई जैक की सफलता की कहानी। 

सबसे पहले उसने अपनी पहचान छुपाने के लिए कंप्यूटर के डिजिटल फिंगरप्रिंट को एक रिमोट सर्वर से गुजारकर उसके फिंगरप्रिंट को छुपाने वाली वेबसाइट का इस्तेमाल किया। इसके बाद उसने वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) के जरिए वेबसाइट हैक की और स्कूल के कंप्यूटर का इस्तेमाल होमवर्क करने की बजाय, गाने सुनने और वीडियो देखने में करने लगा, लेकिन जैक के रास्ते में अभी और मुश्किलें थी। 

दरअसल, वह उस समय के वीपीएन प्रोवाइडर्स से नाखुश था, क्योंकि उनका इस्तेमाल मुश्किल और इसमें विज्ञापन बहुत ज्यादा होता था। इसलिए उसने खुद का वीपीएन बना डाला और उसका नाम रखा ‘हाइड माइ ऐस (एचएमए)’। थोड़े ही दिनों में एचएमए ‘एफिलिएट मार्केटिंग’ के जरिए पैसा कमाने लगी। यानिकी उसे रिटेल वेबसाइट से कमीशन मिलने लगा और एक महीने के अंदर ही एचएमए के दुनिया भर में लाखों यूजर्स बन गए। जैक की सालाना आय 15,000 पाउंड (लगभग 15 लाख रुपए) हो गई थी। 

साल 2009 में जैक ने पढ़ाई छोड़ पेड सबस्क्रिप्शन सेवा देना शुरू कर दिया जिसके अब 2,00,000 सबस्क्राईबर हैं। फिर जैक को लगा कि अब उसे और लोगों की जरूरत पड़ेगी तो उसने अपना ऑफिस खोलने की सोची और फिर 2012 में जैक ने ऑफिस ले लिया। देखते ही देखते एचएमए, बिना किसी बाहरी निवेशक के दुनिया की सबसे बड़ी वीपीएन कंपनियों में से एक बन गई। हालांकि अब 26 साल के जैक ने इसे ग्लोबल सॉफ्टवेयर ग्रुप एवीजी को 4 करोड़ पाउंड में बेचा दिया है और अब वह कंपनी के मुख्य कार्यकारी हैं।


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