चीन को अमेरिका का तीसरा झटका! अब 104% टैरिफ लागू, व्हाइट हाउस बोला- जवाबी कार्रवाई थी बहुत बड़ी भूल
punjabkesari.in Wednesday, Apr 09, 2025 - 08:40 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध एक बार फिर गर्म हो गया है। अमेरिका ने चीन पर तीसरा टैरिफ बम गिराते हुए 104 प्रतिशत आयात शुल्क (टैरिफ) लगाने का ऐलान कर दिया है। यह टैरिफ बुधवार रात 12:01 बजे से लागू हो गया है। इस फैसले की जानकारी व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिना लेविट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी। उन्होंने चीन द्वारा अमेरिका पर 34% टैरिफ लगाने को गंभीर गलती बताया और कहा कि अमेरिका हमेशा सख्त और मजबूत जवाब देगा।
चीन की जवाबी कार्रवाई और अमेरिका की प्रतिक्रिया
कुछ दिन पहले चीन ने अमेरिका से आने वाले सामानों पर 34 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया था। इस पर व्हाइट हाउस ने सख्त कदम उठाते हुए चीन पर 104% टैरिफ लगाने की घोषणा की। प्रेस सचिव लेविट ने दो टूक कहा “जब अमेरिका को चुनौती दी जाती है, जवाब सशक्त और अडिग होता है।” उन्होंने कहा कि चीन का जवाबी कदम गलत रणनीति थी, जिसका असर अमेरिकी वर्कर्स और अर्थव्यवस्था पर पड़ा।
ट्रंप की रणनीति: ‘इकोनॉमिक सरेंडर’ अब नहीं
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव ने कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप ने स्पष्ट कर दिया है कि अमेरिका का आर्थिक आत्मसमर्पण अब इतिहास बन चुका है।” ट्रंप ने चीन की व्यापार नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि यह नीतियां अमेरिकी उद्योगों को नुकसान पहुंचा रही हैं। लाखों हाई-पेइंग नौकरियां जा रही हैं और अमेरिकी समुदाय आर्थिक रूप से कमजोर हो रहे हैं।
टैरिफ की व्यापक रणनीति
व्हाइट हाउस के मुताबिक यह टैरिफ सिर्फ मानीटरी टैक्स नहीं है, बल्कि इसमें गैर-मौद्रिक अवरोधों (non-monetary barriers) को भी शामिल किया गया है अमेरिकी सामान पर लगे विदेशी टैक्स का रेसिप्रोकल जवाब है, “हमारा टारगेट सिर्फ डॉलर नहीं है, बल्कि वे सारी नीतियां हैं जो हमारे व्यापार को बाधित करती हैं।”
ट्रंप से बात करने के लिए 70 देशों ने किया संपर्क
लेविट ने कहा कि “लिबरेशन डे की घोषणा के बाद से लगभग 70 देश राष्ट्रपति ट्रंप से व्यापार समझौते को लेकर संपर्क कर चुके हैं।” ट्रंप की योजना है कि हर देश के साथ अलग-अलग व्यापार समझौते किए जाएं, जो अमेरिका के हित में हों।