अमेरिका की धमकी: रूस के साथ व्यापार किया तो भारत और चीन पर लगेगा 500% टैरिफ
punjabkesari.in Sunday, Jun 29, 2025 - 11:40 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः अमेरिका के रिपब्लिकन सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने एक नया बिल (विधेयक) पेश किया है, जिसमें कहा गया है कि जो देश रूस के साथ व्यापार जारी रखेंगे, उन पर 500% तक आयात शुल्क (टैरिफ) लगाया जा सकता है। इसका मतलब है कि भारत और चीन जैसे देश अगर रूस से तेल, गैस या यूरेनियम खरीदते रहेंगे तो अमेरिका उनके उत्पादों पर भारी टैक्स लगा देगा।
भारत और चीन क्यों निशाने पर?
ग्राहम ने साफ तौर पर कहा कि:
-
भारत और चीन रूस के सबसे बड़े तेल ग्राहक हैं।
-
इन देशों द्वारा रूसी तेल खरीदने से रूस की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलती है और अमेरिका के अनुसार, इससे यूक्रेन युद्ध को फंडिंग मिलती है।
-
अमेरिका चाहता है कि ये देश रूस से दूरी बनाएं और यूक्रेन का समर्थन करें।
प्रस्तावित कानून में क्या है?
-
रूस से तेल, गैस, कोयला, यूरेनियम या पेट्रोकेमिकल खरीदने वाले देशों पर टैरिफ की मार।
-
टैरिफ की दर 100% से लेकर 500% तक हो सकती है।
-
अगर कोई देश यूक्रेन की सैन्य या मानवीय मदद करता है, तो उसे छूट मिल सकती है।
क्यों कर रहा है अमेरिका ऐसा?
-
अमेरिका चाहता है कि रूस को आर्थिक रूप से कमजोर किया जाए ताकि वह यूक्रेन के खिलाफ जंग बंद करे।
-
रिपब्लिकन पार्टी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की योजना है कि जुलाई 2025 से रूस और उसके सहयोगी देशों पर कड़े प्रतिबंध लगाए जाएं।
भारत पर क्या असर पड़ सकता है?
-
भारत का रूस से तेल खरीदना सस्ता सौदा है।
-
अगर अमेरिका 500% टैरिफ लगाता है, तो भारत के अमेरिका को निर्यात होने वाले सामान जैसे टेक्सटाइल, कैमिकल्स, स्टील आदि महंगे हो सकते हैं या अमेरिका में उनकी मांग घट सकती है।
-
इससे भारत-अमेरिका व्यापारिक रिश्तों में तनाव आ सकता है।
चीन और अन्य देश क्या करेंगे?
-
चीन पहले ही अमेरिका के साथ व्यापार युद्ध में है और ऐसे प्रतिबंधों पर वह कड़ा जवाब दे सकता है।
-
कई यूरोपीय देश भी अब तक रूस से व्यापार कर रहे हैं, ऐसे में वे भी इस बिल से प्रभावित हो सकते हैं।