भारत ने सीरिया में फंसे 75 नागरिकों को सुरक्षित निकाला, जम्मू-कश्मीर के 44 जायरीन शामिल

punjabkesari.in Wednesday, Dec 11, 2024 - 09:42 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क। सीरिया में जारी हिंसक संघर्ष और राष्ट्रपति बशर अल असद की सरकार को अपदस्थ करने के बाद भारत ने अपने 75 नागरिकों को सुरक्षित निकाला है। विदेश मंत्रालय के मुताबिक यह कदम सीरिया में बिगड़ते सुरक्षा हालात के बाद उठाया गया है। इन नागरिकों को सीरिया से बाहर निकाला गया और वे अब लेबनान में हैं, जहां से उन्हें भारत लाने के लिए कमर्शियल फ्लाइट्स का इंतजार किया जाएगा।

जम्मू-कश्मीर के 44 जायरीन भी शामिल

भारत द्वारा निकाले गए 75 नागरिकों में जम्मू-कश्मीर के 44 जायरीन (धार्मिक यात्री) भी शामिल हैं, जो सीरिया के सईदा जैनब क्षेत्र में फंसे हुए थे। भारत सरकार ने मंगलवार को जारी बयान में बताया कि सभी नागरिक सुरक्षित लेबनान पहुँच चुके हैं। वहां से इन्हें जल्द ही भारत लाया जाएगा।

भारत की विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया

भारत सरकार ने एक बार फिर यह स्पष्ट किया है कि वह विदेशों में फंसे अपने नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘हम स्थिति पर पूरी नजर बनाए रखेंगे और भारतीय नागरिकों को सलाह दी है कि वे दमिश्क में भारतीय दूतावास से संपर्क बनाए रखें।’’ सरकार ने यह भी कहा कि अगर और भारतीय नागरिकों को मदद की आवश्यकता पड़ी तो उन्हें सुरक्षित निकालने के लिए हर संभव कदम उठाया जाएगा।

सीरिया में इजरायल का हवाई हमला

इस बीच, सीरिया में इजरायल द्वारा किए गए हवाई हमलों से स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई है। इजरायल ने हाल ही में सीरिया में राष्ट्रपति बशर अल असद की सरकार को अपदस्थ करने के बाद "बफर जोन" में घुसने का दावा किया है। इस जोन का आकार लगभग 400 वर्ग किलोमीटर है, जो 1973 के पश्चिम एशिया युद्ध के बाद से इजरायल के नियंत्रण में था।

इजरायली रक्षा मंत्री ने कहा कि उनका उद्देश्य सीरिया में आतंकवादियों और हथियारों की आपूर्ति को रोकना है। इजरायल ने यह स्पष्ट किया है कि उनका लक्ष्य सीरिया की राजधानी दमिश्क की ओर बढ़ने का नहीं है बल्कि दक्षिणी सीरिया में आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के लिए सैन्य कार्रवाई की जा रही है।

300 से अधिक हवाई हमले

इजरायल ने दावा किया कि बशर अल असद को सत्ता से बेदखल करने के बाद से उसने सीरिया में 300 से अधिक हवाई हमले किए हैं। इन हमलों का उद्देश्य संदिग्ध रासायनिक हथियारों और भारी हथियारों को नष्ट करना था, ताकि वे चरमपंथियों के हाथों में न जाएं। इजरायल के इन हवाई हमलों ने सीरिया के विभिन्न हिस्सों में भीषण तबाही मचाई है, और दमिश्क शहर और उसके उपनगरों में रात भर और मंगलवार को भी भारी बमबारी की आवाजें सुनाई दीं।

भारत की सक्रिय भूमिका

भारत ने सीरिया में फंसे अपने नागरिकों को निकालने के लिए अपनी कूटनीतिक और सुरक्षा तंत्र का पूरा इस्तेमाल किया। विदेश मंत्रालय ने कहा कि स्थिति की निरंतर निगरानी रखी जा रही है और सरकार किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में अपने नागरिकों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए तत्पर है।

इस प्रकार भारत ने सीरिया में बढ़ते संकट के बीच अपनी नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए 75 नागरिकों को सुरक्षित निकालने में सफलता प्राप्त की।


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News Editor

Rahul Rana

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