स्वतंत्र EM टिप्पणीकार ज्योफ डेनिस का बड़ा बयान, "भारत को मिलेगा सुरक्षित आश्रय का दर्जा"
punjabkesari.in Thursday, Dec 05, 2024 - 02:54 PM (IST)
नॅशनल डेस्क। इन दिनों वैश्विक बाजारों में उथल-पुथल मची हुई है खासकर दक्षिण कोरिया में। इस संकट के बीच भारतीय बाजार को लेकर स्वतंत्र ईएम टिप्पणीकार ज्योफ डेनिस ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इस समय भारत एक "सुरक्षित आश्रय" के रूप में उभर सकता है क्योंकि यहां की राजनीतिक और आर्थिक स्थिति स्थिर है जबकि अन्य देशों में अस्थिरता बढ़ रही है।
दक्षिण कोरिया की स्थिति और भारत का अवसर
ज्योफ डेनिस ने दक्षिण कोरिया की मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर टिप्पणी करते हुए कहा कि इस साल कोरिया का बाजार बहुत कमजोर रहा है। खासकर डॉलर के मुकाबले ईएम सूचकांक में यह करीब 19% नीचे है जो कोरियाई बाजार के लिए और भी परेशानी की बात है। कोरिया में इस समय बहुत अधिक अस्थिरता और अनिश्चितता है। उन्होंने बताया कि हाल ही में दक्षिण कोरिया में इमरजेंसी कानून लागू किया गया था जिसे बाद में हटा लिया गया। इसके अलावा महाभियोग की प्रक्रिया भी चल रही है जिससे देश की राजनीतिक स्थिति और भी जटिल हो गई है।
इस स्थिति के बावजूद डेनिस का मानना है कि भारत एक स्थिर और सुरक्षित स्थान बन सकता है क्योंकि यहां की राजनीतिक और आर्थिक स्थिति अन्य देशों की तुलना में ज्यादा मजबूत और स्थिर है। उनका कहना था, "भारत में आर्थिक स्थिरता है जो अन्य देशों की राजनीतिक उथल-पुथल के मुकाबले निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन सकती है।"
दक्षिण कोरिया की राजनीति और व्यापार पर प्रभाव
वहीं डेनिस ने यह भी कहा कि दक्षिण कोरिया में राजनीतिक अस्थिरता का व्यापार पर असर हो सकता है लेकिन उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह अस्थिरता क्षेत्रीय बाजारों पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं डालेगी। यदि दक्षिण कोरिया में राष्ट्रपति पर महाभियोग लगाया जाता है तो यह देश के लिए एक अच्छा संकेत हो सकता है। उनका मानना है कि यह भारत और ताइवान जैसे देशों के लिए एक अच्छा अवसर हो सकता है।
कोरियाई बाजार पर असर
दक्षिण कोरिया की राजनीतिक अस्थिरता के बावजूद डेनिस का कहना है कि यह क्षेत्रीय वित्तीय बाजारों पर अधिक असर नहीं डालेगा। हालिया दो दिनों में ईएम (इमर्जिंग मार्केट्स) बाजारों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। वे मानते हैं कि दक्षिण कोरिया में जो राजनीतिक हलचल चल रही है उससे वैश्विक बाजार पर कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ेगा खासकर भारत और ताइवान जैसे देशों पर।
उन्होंने यह भी कहा कि कोरियाई बाजार में जो उथल-पुथल हो रही है, वह अमेरिका और रूस के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है लेकिन इससे भारत और ताइवान जैसे देशों के लिए सकारात्मक असर हो सकता है। उनका मानना है कि भारत और ताइवान 2024 में बेहतर प्रदर्शन करेंगे और इसमें बदलाव का कोई कारण नजर नहीं आता।
वहीं ज्योफ डेनिस का मानना है कि भारत इस समय निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बन सकता है। जहां अन्य देशों में राजनीतिक अस्थिरता है वहीं भारत एक स्थिर और सुरक्षित स्थान के रूप में उभर सकता है। यह वैश्विक आर्थिक स्थिति में भारत के लिए एक बड़ा अवसर साबित हो सकता है।