अपने ही जाल में फंसी चीन की परमाणु पनडुब्‍बी, पीले सागर में डूबने से 55 चीनी नौसैनिकों की मौत !

punjabkesari.in Wednesday, Oct 04, 2023 - 12:42 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः पीले सागर में ब्रिटिश व अमेरिकी जहाजों को फंसाने के इरादे से  गई चीन की एक और परमाणु पनडुब्‍बी हादसे का शिकार हो गई है। जानकारी के अनुसार हादसे में  पीपुल्‍स लिब्रेशन आर्मी (PLA) के 55 नौसैनिकों की मौत की आशंका  हैं। ब्रिटिश अखबार डेली मेल के अनुसार परमाणु पनडुब्बी   परमाणु पनडुब्बी पीले सागर में ब्रिटिश और अमेरिकी जहाजों को फंसाने के इरादे से बनाई गई थी मगर वह खुद अपनी ही जाल में फंस गई।। कुछ दिनों पहले भी ऐसा ही एक हादसा हुआ था। अभी तक चीन की तरफ से दोनों ही हादसों पर चुप्‍पी साधी रखी गई है। ब्रिटेन की एक खुफिया  रिपोर्ट के अनुसार नौसैनिकों की मौत पनडुब्बी के ऑक्सीजन सिस्टम  फेल होने के कारण हुई। इस  वजह से क्रू जहर का शिकार हो गया।

 

मृतकों में चीनी पीएलए नौसेना की पनडुब्बी '093-417' का कैप्‍टन और 21 और अधिकारी भी शामिल हैं।  अभी तक सार्वजनिक तौर पर चीनी पनडुब्बी के संदिग्ध नुकसान की कोई पुष्टि नहीं हुई है। चीन ने घटना की अटकलों को 'पूरी तरह से गलत' बताते हुए खारिज कर दिया है। जबकि ताइवान ने भी इंटरनेट रिपोर्टों का खंडन किया है। यूके रिपोर्ट के बारे में चर्चा करने के लिए रॉयल नेवी से भी संपर्क किया गया लेकिन आधिकारिक सूत्रों ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। यूके की यह रिपोर्ट डिफेंस इंटेलीजेंस पर आधारित है। एक ब्रिटिश पनडुब्बी विशेषज्ञ के मुताबिक संभावना है कि ऐसा हुआ होगा और उन्‍हें इस बात पर संदेह है कि चीन ने स्पष्ट कारणों की वजह से अंतरराष्‍ट्रीय समर्थन मांगा होगा।

 
यूके  रिपोर्ट की माने तो   21 अगस्त को पीले सागर में एक मिशन को अंजाम देते समय पनडुब्‍बी एक दुर्घटना का शिकार हुई थी। घटना 8 बजकर 12 मिनट पर हुई जिसके परिणामस्वरूप 55 नौसैनिकों की मौत हो गई। इनमें 22 अधिकारी, सात अधिकारी कैडेट, नौ जूनियर अधिकारी और 17 नाविक शामिल हैं। मृतकों में कैप्‍टन कर्नल जू योंग-पेंग भी शामिल हैं।' चीन की टाइप 093 पनडुब्बियां पिछले 15 सालों से नौसेना का हिस्‍सा हैं। यह 351 फीट लंबी है और टॉरपीडो से लैस हैं। टाइप 093 चीन की अत्‍याधुन‍िक पनडुब्बियों में से एक है और इसमें शोर न के बराबर होता है।

 

 रिपोर्ट में दावा किया गया है, "पनडुब्बी के सिस्टम में खराबी हाइपोक्सिया के चलते हुई। पनडुब्बी ने अमेरिकी और सहयोगी पनडुब्बियों को फंसाने के लिए चीनी नौसेना द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली चेन और एंकर में ही उलझ गई। इसकी वजह से सिस्टम फेल हो गया जिससे जहाज की मरम्मत और सतह पर आने में छह घंटे लग गए। जहाज में मौजूद ऑक्सीजन सिस्‍टम फेल होने के कारण ये चालक दल के लिए जहर का काम कर गया।"


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Content Writer

Tanuja

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