डांट के डर से मां को नहीं बताया खुद के साथ हुए हादसे की बात....2 महीनें बाद 13 साल की बेटी की तड़प-तड़प कर मौत
punjabkesari.in Wednesday, Apr 24, 2024 - 12:23 PM (IST)
नेशनल डेस्क: परिवार की डांट से अपने साथ हुए एक हादसे को छुपाकर एक बच्ची को इतना महंगा पड़ा कि उसकी मौत हो गई। दरअसल, एक 13 साल की लड़की को एक आवारा कुत्ते ने काट लिया था लेकिन लड़की ने परिवार से डांट के डर से ये बात छिपाए रखी। उसे डर था कि अगर वो बताएगी तो सब उसे डांटेंगे।
इसी एक गलत फैसले से लड़की की मौत हो गई। मामला फिलीपींस का है. वहीं इस लड़की की पहचान जमाइका स्टार सेरास्पे के तौर पर हुई है। उसकी रेबीज से मौत हो गई। हादासा उस समय हुआ जब लड़की स्कूल से घर आ रही थी और तभी रास्ते में एक कुत्ते ने उस पर हमला कर दिया।
रिपोर्ट के अनुसार, कुत्ते के काटे जाने से उसके शरीर पर निशान आ गए औप जब परिवार ने इस बारे में उससे पूछा तो उसने कहा कि ये मेटल के तार से बना निशान है। जिसके कारण कोई उसे डॉक्टर के पास लेकर नहीं गया और दो महीने बाद उसकी हालत ज्यादा बिगड़ने लगी जिसके बाद उसे अस्पताल लाया गया यहां बच्ची ने अपनी मां रोजलीन सेरास्पे को सच्चाई बताई जिसके बाद उसमें रेबीज बीमारी के लक्षण दिखने लगे। हादसा फरवरी महीनें में हुआ और अप्रैल के शुरुआत में मौत हो गई।
जमाइका की मां का कहना है कि 'मैं जमाइका की मौत को स्वीकार नहीं कर सकती, ये मुश्किल है क्योंकि वो हमसे अचानक छीन ली गई थी। उसने मुझसे कहा था कि वो पानी नहीं पी सकती, उसने कहा कि उसे लगता है कि उसे रेबीज हो सकता है क्योंकि फरवरी में उसे एक कुत्ते ने काट लिया था। मैंने उससे पूछा कि उसने मुझे तब क्यों नहीं बताया था। इस पर उसने माफी मांगी। मैंने उससे कहा कि मैं उससे नाराज नहीं हूं, लेकिन हम उसकी जांच पहले ही करा सकते थे। जब उसने मुझसे पूछा कि क्या वो मरने वाली है, तो मुझे डर लगने लगा।'
रोजलीन ने एक ऑनलाइन पोस्ट लिखते हुए अन्य पैरेंट्स को सलाह दी है. उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा है, 'ये अन्य पैरेंट्स के लिए है, अगर आपका बच्चा अजीब व्यवहार कर रहा है, तो सचेत रहें, अपने बच्चों को बिल्ली की खरोंच और कुत्ते के काटने को गंभीरता से लेना और बड़ों को तुरंत बताना सिखाएं, रेबीज कोई मजाक नहीं है,ये जानलेवा है, इसे हल्के में न लें, ताकि मेरी बेटी ने जो अनुभव किया, उससे दूसरे लोग बच सकें।'
मां ने आगे कहा, 'पालतू जानवरों के मालिकों से अनुरोध है कि कृपया अपने जानवरों की जिम्मेदार लें. सुनिश्चित करें कि उन्हें वैक्सीन लगाई गई है, ताकि वो अन्य लोगों को नुकसान न पहुंचा सकें. सबकुछ करने के बावजूद, मुझे अपनी बेटी पर गर्व है क्योंकि उसने पूरे वक्त बहादुर बनने की कोशिश की।'