जीका वायरस का कहर, प्रेग्नेंट वुमन को ''KISS'' न करने की चेतावनी

punjabkesari.in Saturday, Feb 06, 2016 - 06:09 PM (IST)

नई दिल्ली: जीका वायरस के बढ़ते कहर के बीच ब्राजील के वैज्ञानिकों ने प्रेग्नेंट वुमन को किस न करने की चेतावनी दी है। जानकारी के मुताबिक, ब्राजील के ओस्वाल्डो क्रूज फाउंडेशन के वैज्ञानिकों ने कहा, हमने दो पेशेन्ट्स के सैंपल्स में वायरस की पहचान करने के लिए जेनेटिक टेस्टिंग का इस्तेमाल किया। 

 
उन्होंने कहा, यह पहली बार है, जब हमें लार और यूरीन में भी वायरस की मौजूदगी मिली। जब तक मामले की पूरी स्टडी नहीं कर ली जाती, तब तक सावधानी बरतना जरूरी है। इसलिए प्रेग्नेंट वुमन को सख्त हिदायत दी गई है कि वे पार्टनर समेत किसी को भी किस करने यह ड्रिंक शेयर करने से दो बार जरूर सोचें। वैज्ञानिकों का मानना है कि जीका वायरस लार के जरिए काफी तेजी से एक-दूसरे में फैल सकता है।
 
वहीं, रूबियो सोआर्स कैम्पॉस का कहना है, यह बेहद अजीब और बेतूकी वॉर्निंग है। लार में वायरस के होने का मतलब यह नहीं कि किसी और में भी फैल जाएगा। रूबियो के मुताबिक, यह डेंगू या उन डिजीज की तरह है, जो मच्छरों से होती हैं।
 
बता दें कि जीका ''एडीस ऐजिप्टी'' नाम के मच्छर से फैलने वाला वायरस है। यह वही मच्छर है जो यलो फीवर, डेंगू और चिकनगुनिया फैलाने के लिए भी जिम्मेदार है। प्रेग्नेंट महिलाएं को इससे ज्यादा खतरा होता है। वायरस की वजह से बच्चे छोटे सिर (माइक्रोसेफैली) के साथ पैदा होते हैं। माइक्रोसेफैली न्यूरोलॉजिकल समस्या है। इसमें ब्रेन पूरी तरह डेवलप नहीं हो पाता है। इस वायरस का पहला मामला 1947 में अफ्रीकी देश युगांडा में सामने आया था।
 

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