इस मुस्लिम देश में बकरीद पर नहीं होगी कुर्बानी, पूरे मुल्क में बकरों के लिए छापेमारी
punjabkesari.in Wednesday, Jun 04, 2025 - 12:07 PM (IST)

नेशनल डेस्क: ईद-अल-अज़हा (बकरीद) इस्लाम धर्म का एक बड़ा पर्व है जिसमें परंपरागत रूप से जानवरों की कुर्बानी दी जाती है। लेकिन इस बार मोरक्को ने एक ऐसा ऐतिहासिक और अभूतपूर्व निर्णय लिया है जिसने पूरी दुनिया के मुसलमानों का ध्यान खींचा है। मोरक्को सरकार ने इस वर्ष बकरीद पर किसी भी प्रकार की पशु कुर्बानी पर रोक लगाने का फैसला लिया है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, मोरक्को के किंग मोहम्मद VI ने देश में ईद-अल-अज़हा के मौके पर होने वाली पारंपरिक पशु बलि को रद्द करने का निर्देश जारी किया है। इस आदेश के बाद पूरे देश में पशु बाजारों को बंद करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यह आदेश न केवल आर्थिक कारणों से जुड़ा है, बल्कि इसमें पर्यावरणीय और सामाजिक पहलुओं का भी ध्यान रखा गया है।
पशु कुर्बानी पर क्यों लगाया गया प्रतिबंध
इस वर्ष मोरक्को गंभीर सूखे और आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। लगातार सूखे के कारण देश में पशुधन की संख्या में भारी गिरावट आई है। इसके अलावा महंगाई की वजह से आम नागरिकों पर आर्थिक बोझ भी बढ़ गया है। इसी को देखते हुए किंग मोहम्मद VI ने लोगों से अपील की कि वे इस वर्ष कुर्बानी से परहेज करें और जरूरतमंदों की अन्य तरीकों से मदद करें।
देशभर में लागू हुआ सख्त आदेश
किंग मोहम्मद VI के निर्देश के बाद, देश के सभी गवर्नरों और प्रशासनिक अधिकारियों को आदेश जारी कर दिया गया है कि वे पशु कुर्बानी पर पूर्ण रूप से रोक लगाएं। इस फैसले के तहत:
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सभी सार्वजनिक और मौसमी पशु बाजारों को बंद किया गया है
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सभी भेड़ और बकरी बाजारों पर प्रतिबंध लगाया गया है
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नगरपालिका बूचड़खानों को अस्थाई रूप से बंद किया गया है
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बलि से संबंधित सभी जनसभाओं और आयोजनों पर रोक लगाई गई है
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कुछ क्षेत्रों में बलि उपकरणों की बिक्री तक प्रतिबंधित कर दी गई है
किंग मोहम्मद VI का संदेश
किंग मोहम्मद VI ने यह निर्णय केवल आदेश के रूप में नहीं बल्कि एक सामाजिक अपील के रूप में भी जारी किया है। उन्होंने अपने देशवासियों से अनुरोध किया है कि इस बार कुर्बानी के स्थान पर ज़रूरतमंदों की मदद करें, पशुओं की रक्षा करें और समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के प्रति सहानुभूति रखें।