Exclusive Interview: काले धन और मनी लॉन्ड्रिंग की धुंधली दुनिया दिखाती है वेब सीरीज ''काला''
punjabkesari.in Friday, Sep 15, 2023 - 01:50 PM (IST)

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। वेब सीरीज 'काला' रिवर्स हवाला की दुनिया को दर्शकों के सामने पेश करती है। इस सीरीज में अपराध और धोखे की परतों को दिखाया गया है। 'काला' को बिजॉय नांबियार ने डायरेक्ट किया है। वहीं, इसके प्रोड्यूसर भूषण कुमार, किशन कुमार और खुद बिजॉय नांबियार भी हैं। यह सीरीज 15 सितंबर यानी कि आज डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज हो गई है। 'काला' में अविनाश तिवारी, रोहन विनोद मेहरा, निवेधा पेथुराज, ताहिर शब्बीर, जितिन गुलाटी, एलीशा मेयर और हितेन तेजवानी समेत कई और कलाकार हैं। वेब सीरीज की स्टारकास्ट ने पंजाब केसरी/नवोदय टाइम्स/जगबाणी/हिंद समाचार से खास बातचीत की।
ताहिर शब्बीर
आपको इस फिल्म के लिए कैसे अप्रोच किया गया?
मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि मुझे इसके लिए चुना गया। मैं कई सालों से बिजॉय नांबियार सर के पीछे पड़ा हुआ था कि कुछ दे दो। फिर एक दिन उनका फोन आया कि डार्क कैरेक्टर है, तू करेगा। मैंने उनसे कहा कि मैं कुछ भी कर लूंगा। इसके बाद मैंने इस बारे में काफी पढ़ा और फिर एकाध बार ऑडिशन भी दिया। उनको अच्छा लगा। इसके बाद एक के बाद एक सीन होता गया, मैं उन्हें दिखाता गया और सब कुछ अपने आप हो गया। मेरे लिए ये किसी सपने की तरह है। मैं यहां हूं, लेकिन मुझे अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है।
एक एक्टर के लिए विलेन का किरदार निभाकर दर्शकों को इम्प्रेस करना कितना मुश्किल है?
बतौर एक्टर आपको पॉजिटिव और नेगेटिव दोनों तरह के किरदार निभाने के लिए पूरी तरह से तैयार रहना पड़ता और दोनों में ज्यादा अंतर नहीं है। जब आप नेगेटिव रोल करते हैं, तो सिर्फ आपको अपने किरदार से रिलेट करने में थोड़ी मुश्किल होती है।
अविनाश तिवारी
'बंबई मेरी जान' में डॉन का किरदार निभाया और इस सीरीज में इन्वेस्टिगेटिंग ऑफिसर के रोल में हैं। दोनों का एक्सपीरियंस कैसा रहा?
चोर-पुलिस के रूप में मुझे बहुत मजा आया। चाहे तो ये खेल पूरी जिन्दगी चलता रहे, मुझे कोई परेशानी नहीं है। इस शो की बात करें तो इसमें सिर्फ 'काला' ही नहीं दर्शकों को और रंग भी नजर आएंगे। इसकी कहानी से आप बहुत जल्दी कनेक्ट करेंगे। उम्मीद है कि दर्शकों को ये शो पसंद आएगा।
काले रंग के अलावा आपको और क्या काला पसंद है?
मुझे ब्लैक थ्रिलर कॉमेडी पसंद है।
जितिन गुलाटी
आप एक बैंकर थे। फिर आप एक्टर कैसे बने ?
मैं हमेशा से ही एक्टर बनना चाहता था। मैं फरीदाबाद से हूं और मिडिल क्लास फैमिली से संबंध रखता हूं। जहां सपने से ज्यादा लोग अपनी जिन्दगी की जरूरतों को पूरा करने को तवज्जो देते हैं। वहां से मुंबई का सफर तय करना और खुद को पर्दे पर देखने का सपना, मेरे लिए कितनी अहमियत रखता है, ये शब्दों में बयां नहीं कर सकता। जब 11 साल का था तो मैंने अमिताभ बच्चन को 'हम' फिल्म में देखा। इसके बाद मुझे एहसास हो गया कि इस प्रोफेशन से ज्यादा खुशी कोई नहीं दे सकता। मैंने बैंक में 9 साल काम किया, लेकिन जॉब के साथ थिएटर और ट्रेनिंग भी करता रहा। इसके बाद अपनी जॉब के साथ मुंबई शिफ्ट हो गया। यह सब होने में बेशक काफी समय लगा, लेकिन मुझे खुशी है कि मैंने कर दिखाया।
बिजॉय स्टारकास्ट को सेट पर कितनी क्रिएटिव लिबर्टी देते हैं ?
सैट पर हम सभी एक फैमिली की तरह काम करते थे। वहीं, बिजॉय सर ऐसे हैं कि जो हम सोच भी नहीं सकते , उनकी सोच वहां से शुरू होती है। शूटिंग के समय कई ऐसी चीजें होती थी कि हमें लगता था अरे ऐसा तो हमने सोचा ही नहीं। सैट पर सभी को काफी क्रिएटिव लिबर्टी होती थी। ऐसे में हम सभी ने जितना हो सके, उतने बेहतर तरीके से अपने किरदार को निभाया है।
रोहन विनोद मेहरा
'काला' के बाद आपकी और कौन सी फिल्में आने वाली है ?
'बाजार' और 'काला' करने के बाद अब मैं अलग-अलग तरह की कहानियां करने के बारे में सोच रहा हूं। उम्मीद है ऐसा ही हो। अगर शो की बात करें तो इसमें आपको मेरा एक अलग ही अवतार देखने को मिलेगा। उम्मीद है दर्शक मुझे इसमें पसंद करेंगे।
आपके पापा की कोई ऐसी बात, जो काम करते समय हमेशा याद रखते हैं ?
दुर्भाग्यवश मैं अपने पापा से मिल नहीं पाया, क्योंकि वो बहुत जल्दी इस दुनिया को अलविदा कह गए थे। ऐसे में वह मुझसे सीधे तौर पर तो कुछ नहीं कह पाए, लेकिन उनका मानना है कि आप चाहे कुछ भी हों, चाहे एक्टर ही क्यों न हो, लेकिन उससे पहले आप एक अच्छे इंसान बनें।