Review: सनी देओल स्टारर Jaat में लगा है एंटरटेनमेंट का तड़का, एक्शन ने लगाए चार चांद
punjabkesari.in Thursday, Apr 10, 2025 - 12:02 PM (IST)

फिल्म - जाट (Jaat)
डायरेक्टर - गोपीचंद मलिनेनी (Gopichand Malineni)
स्टारकास्ट – सनी देयोल (Sunny Deol),रणदीप हुड्डा (Randeep Hooda), विनीत कुमार सिंहVineet Kumar Singh, रेजिना कैसेंड्रा (Regina Cassandra), सैयामी खेर (Saiyami Kher), आयशा खान (Ayesha Khan), जरीना वहाब (Zarina Wahab), बांधवी श्रीधर (Bandhavi Sridhar)
रेटिंग – 4 स्टार
Jaat: डायरेक्टर गोपीचंद मलिनेनी एक बार फिर देसी मसाला एंटरटेनमेंट की धमाकेदार पेशकश लेकर आए हैं, इस बार सनी देओल के साथ ‘जाट’ के रूप में। ये फिल्म अपने टाइटल की तरह ही तगड़ी है जैसे फुल स्वैग, रॉ एक्शन और पुराने ज़माने वाला वो देसी हीरो वाला ठाठ लेकर आती है, जो सीधे दिल पर असर करता है। बदले की आग, सिस्टम से टकराव और अच्छाई-बुराई की लड़ाई जैसे क्लासिक एलिमेंट्स को कहानी में बेहतरीन तरीके से बुना गया है।इस कहानी को और भी प्रभावशाली बनाते हैं रणदीप हुड्डा, विनीत कुमार सिंह, रेजिना कैसेंड्रा और सायामी खेर जैसे टैलेंटेड कलाकार, जो अपने दमदार अभिनय से स्क्रीन पर आग लगा देते हैं। फिल्म का डायरेक्शन हाई-ऑक्टेन है और डायलॉग्स तो ऐसे हैं कि सीटियों और तालियों की गूंज थमने नहीं देता। कुल मिलाकर ‘जाट’ एक ऐसा सिनेमाई अनुभव है, जो दर्शकों को एंटरटेनमेंट, इमोशन और एक्शन की तगड़ी खुराक देता है।
कहानी
गोपीचंद मलिनेनी की 'जाट' एक जबरदस्त एक्शन धमाका है, जो देसी मास सिनेमा का वही पुराना, बेखौफ स्वैग एक बार फिर लौटाता है। फिल्म की कहानी 2009 के श्रीलंका के युद्धग्रस्त इलाकों से शुरू होती है, जहां एक पूर्व एलटीटीई सदस्य राणातुंगा (रणदीप हुड्डा) सोना पाकर भारत में तस्करी के जरिए खौफ का साम्राज्य खड़ा करता है। इसके बाद कहानी भारत में सेट होती है, जहां वो और उसका भाई सोमुलु (विनीत कुमार सिंह) मिलकर क्राइम, राजनीति और लालच का तांडव रचते हैं। इसी खौफ के बीच एंट्री होती है सनी देओल के किरदार जाट की एक रहस्यमयी मुसाफिर जो बाहर से शांत लेकिन भीतर से उबाल भरा है। उसका मकसद साफ है और वो है अन्याय को जड़ से खत्म करना।
कहानी में कई ट्विस्ट्स हैं, जैसे श्रीलंका के बैकड्रॉप से लेकर भारत में तस्करी, राजनीतिक साजिशें, भाईचारा, और खराब सिस्टम। रोमांच भरने के लिए रामायण की झलकियों को कहानी में बहुत क्रिएटिव ढंग से पिरोया गया है, यानी जाट जैसे राम, राणातुंगा जैसे रावण के रूप में। ये धार्मिक प्रतीक कहानी को और गहराई देते हैं। हर टकराव, हर डायलॉग और हर एक्शन सीक्वेंस में एक ट्विस्ट हैं जो दर्शकों को बांधे रखते हैं।
अभिनय
सनी देओल: ब्रिगेडियर बलदेव प्रताप सिंह उर्फ 'जाट' के रोल में वो अपने आइकॉनिक अंदाज में लौटे हैं। हर पंच, हर डायलॉग, हर एंट्री सीटी बजवाती है।
रणदीप हुड्डा: राणातुंगा के किरदार में वो सिर्फ एक विलेन नहीं, बल्कि एक परतदार और डरावना किरदार लेकर आते हैं।
विनीत कुमार सिंह: पहली बार नेगेटिव रोल में, और ऐसा निभाया कि रूह कांप जाए।
रेजिना कैसेंड्रा: राणातुंगा की पत्नी के रोल में चालाकी और ज़हर दोनों का अद्भुत बैलेंस।
सायामी खेर: बहादुर महिला अफसर विजयलक्ष्मी के किरदार में उन्होंने रियलिज्म और इमोशन का परफेक्ट मिक्स दिया है।
निर्देशन
फिल्म के निर्देशन की बात करें तो गोपीचंद मलिनेनी ने फिल्म में एंटरटेनमेंट का जबरदस्त तड़का लगाया है। इतना ही नहीं ‘जाट’ विज़ुअल ट्रीट है कैमरे ने समंदर किनारे की खूबसूरती और क्राइम वर्ल्ड की गहराई दोनों को शानदार ढंग से पकड़ा है। एक्शन सीन रॉ, हार्ड-हिटिंग और इमोशनल हैं, जो हर पंच को महसूस कराते हैं। बैकग्राउंड स्कोर फिल्म के इमोशन्स को और गहरा बनाता है। म्यूज़िक में देसी टच और मॉडर्न बीट्स का शानदार कॉम्बिनेशन है, गाने कम हैं, लेकिन असरदार।
सिर्फ एक्शन नहीं सामाजिक संदेश भी
‘जाट’ सिर्फ धुआंधार एक्शन से भरी फिल्म नहीं है, बल्कि ये उस खराब सिस्टम पर करारा तमाचा है, जो ताकत और पैसे के दम पर आम आदमी को कुचल देता है। फिल्म की बात किरदारों के ज़रिए निकलकर आती है, कभी उनकी नज़रों से, तो कभी उनकी खामोशी से। कुछ मोड़ भले ही पहले से समझ में आ जाएं, लेकिन फिल्म की ज़बरदस्त पैकिंग और पंचेज उस कमी को नज़रअंदाज करवा देते हैं। देसी तड़का, सोच जगाने वाली कहानी और जोरदार एक्शन इसे एक बार जरूर देखने लायक बनाते हैं।