Review: राजकुमार राव और वामीका गब्बी की जोड़ी से सजी 'भूल चूक माफ'- एक दिल को छूने वाली फिल्म

punjabkesari.in Friday, May 23, 2025 - 10:30 AM (IST)

फिल्म- भूल चूक माफ़ (Bhool Chuk Maf) NJN
लेखक/निर्देशक – करण शर्मा Karan Sharma
कलाकार – राजकुमार राव (Rajkumar Rao), वामीका गब्बी (Wamiqa Gabbi), सीमा पाहवा (Seema Pahwa), संजय मिश्रा (Sanjay Mishra), ज़ाकिर हुसैन (Zakir Hussain), रघुबीर यादव ( Raghubir Yadav)
रेटिंग – 4/5

भूल चूक माफ़: आज के समय में राजकुमार राव भारतीय सिनेमा के सबसे विश्वसनीय और प्रतिभाशाली अभिनेता माने जाते हैं। अगर वह किसी फिल्म में हैं, तो यह मानकर चला जाता है कि फिल्म आपको न केवल मनोरंजन देगी, बल्कि उसकी कहानी और किरदार भी दर्शकों से गहरे तौर पर जुड़ जाएंगे। वह जिस भी किरदार को निभाते हैं, ऐसा लगता है जैसे वह किरदार हमारे आस-पास का कोई आम इंसान हो।  इस बार भूल चूक माफ में राजकुमार राव एक बार फिर हमें अपनी बेहतरीन अदाकारी से दिल जीतने आए हैं और इस बार उनका साथ दे रहे हैं फिल्म के अन्य अद्भुत कलाकार, जिनमें वामीका गब्बी, संजय मिश्रा, सीमा पाहवा और रघुबीर यादव जैसे दिग्गज शामिल हैं। ये सब मिलकर एक ऐसी फिल्म पेश करते हैं, जो पूरी तरह से एक पारिवारिक मनोरंजन है। आइए जानते हैं कैसी है फिल्म भूल चूक माफ़ ।


कहानी
भूल चूक माफ की कहानी रंजन (राजकुमार राव) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक छोटे शहर का साधारण लड़का है, और जिसे सरकारी नौकरी पाने का बहुत दबाव है। एक ओर, रंजन को अपने परिवार और समाज से उम्मीदों का सामना करना पड़ता है, तो दूसरी ओर उसे तितली  (वामीका गब्बी) के रूप में एक ऐसी लड़की मिलती है, जो उससे बहुत प्यार करती है और उससे शादी करने के लिए हर मुमकिन कोशिश करती है। लेकिन क्या रंजन की सरकारी नौकरी लग पाएगी क्या उसकी और तितली की शादी हो पाएगी ये जानने के लिए आपको पूरी फिल्म देखनी होगी।


निर्देशन
करण शर्मा ने फिल्म का निर्देशन किया है और उन्होंने बेहतरीन तरीके से कहानी को पेश किया है। उन्होंने बिना किसी ओवरड्रामा के साधारण जीवन की जटिलताओं को बड़ी ही सहजता से दर्शाया है।फिल्म  के लेखन और संवाद बहुत ही सरल और सजीव हैं। करण शर्मा ने कहानी को इस तरह लिखा है कि यह आम जीवन की सच्चाइयों को बिना किसी ओवरड्रामा के दर्शाता है। फिल्म के संवाद सहज और स्वाभाविक हैं, जो दर्शकों से आसानी से जुड़ जाते हैं। हर किरदार का संवाद उसकी पहचान के मुताबिक है, जिससे फिल्म में कॉमेडी और भावनाओं का बेहतरीन संतुलन देखने को मिलता है।


अभिनय 
राजकुमार राव का अभिनय फिर से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देता है। उन्होंने रंजन के किरदार में अपनी क्यूटनेस, सादगी और कॉमिक टाइमिंग के साथ-साथ भावनात्मक गहराई भी दिखायी है। उनके अभिनय में एक विश्वसनीयता है, जो दर्शकों को उन्हें अपने जैसा महसूस कराती है। वामीका गब्बी ने भी अपनी भूमिका में नयापन लाया है। उनकी निडरता और स्वाभाविक अभिनय ने तितली  के किरदार को दिलचस्प और प्रभावशाली बना दिया है। दोनों की जोड़ी बेहद आकर्षक है और फिल्म के हर रोमांटिक पल में आपको एक सच्ची कनेक्टिविटी महसूस होती है। संजय मिश्रा, सीमा पाहवा, और रघुबीर यादव जैसे अभिनेता फिल्म में अपनी उपस्थिति से उसे और भी जीवंत बना देते हैं। इनकी कड़ी मेहनत और शानदार अभिनय ने फिल्म के हास्य और इमोशनल पहलुओं को शानदार तरीके से पेश किया है।


म्यूजिक
फिल्म का संगीत बहुत ही खूबसूरती से कहानी के साथ मेल खाता है। 'टिंग लिंग सजना' और 'चोर बाज़ारी फिर से' जैसे गाने न केवल सुनने में अच्छे हैं, बल्कि फिल्म के वातावरण को भी और भी जीवंत कर देते हैं । इन गानों का मूड फिल्म के सेंसिबल और हल्के-फुल्के टोन को सपोर्ट करता है। बनारस की लाइटिंग, गलियां और घाट फिल्म की लोकेशन को एक खूबसूरत पात्र बना देती हैं। यह जगह फिल्म की आत्मा को दर्शाती है और पूरी कहानी में उसे एक साक्षात अनुभव के रूप में प्रस्तुत करती है।

 


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Content Editor

Jyotsna Rawat

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