Interview: Gamerlog बना युवाओं की पसंद, गेमिंग और जनरेशन गैप की जमीनी कहानी
punjabkesari.in Wednesday, Jun 18, 2025 - 04:31 PM (IST)

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। ओटीटी पर विषय का दायरा अब सीमित नहीं रहा है। बच्चों से लेकर युवाओं तक की पसंद के कई शो आ रहे हैं। ऐसा ही एक शो आया है जो गेमिंग के दीवानों के लिए बना है 'गेमर लोग'। एक 17 साल के गेमिंग के दीवाने लड़के की कहानी पर बनी यह वेब सीरीज नए जमाने की सोच और डिजिटल क्रांति को दिखाती है। 12 जून को रिलीज हो चुकी इस सीरीज को दर्शकों का अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। सीरीज के बारे में दर्शील सफारी, अंजली शिवरामन, निर्देशक आर्य देव और अभिनय देव ने पंजाब केसरी, नवोदय टाइम्स, जगबाणी और हिंद समाचार से खास बातचीत की। पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश:
आर्य देव
सवाल: कास्टिंग प्रोसेस कैसा रहा? क्या यही नाम आपके दिमाग में पहले से थे?
हमारी शुरुआत ही रघु और ज्वेना के किरदार के लिए जब कास्टिंग का प्रेजेंटेशन आया था जिसमें चयन करना था तो पहले दिन से ही रघु के लिए दर्शील सफारी और ज्वेना के लिए अंजली का नाम ही सोचा था। कास्टिंग प्रोसेस बहुत लोकल था क्योंकि कास्ट बहुत ही दिलचस्प थी। ज्वेना को फाइनल करने में थोड़ा समय लगा। लेकिन, ये कुछ ऐसा था जिसे हम हमेशा से सामने लाना चाहते थे और फिर सिर्फ वो नहीं, हर कोई अपने किरदार में एकदम फिट बैठता है।
सवाल: डायरेक्टर के साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा?
दर्शील सफारी
मुझे याद है कि पहली बार हमारी मुलाकात शायद स्क्रीन टेस्ट के दौरान हुई थी और उसी वक्त हमारी एक कनेक्शन बन गई- चॉकलेट, मिल्कशेक और गेमिंग के लिए हमारा प्यार देखकर हम तुरंत जुड़ गए। जैसे हमने अपने अंदर के गीक्स को पहचान लिया था। टेस्ट के दौरान ही बातचीत में ये कनेक्शन साफ नजर आया। पहले दिन से ही सब कुछ बिल्कुल सही लग रहा था। जब सेट पर पहुंचे, तो माहौल बिल्कुल ऐसा था जैसे हम एक परिवार हों। ऐसा लगता था जैसे डायरेक्टर मेरे बड़े भाई हों और अभय सर तो जैसे हमारे गॉडफादर हों। हम सबको ऐसा महसूस हुआ कि हम एक परिवार हैं और इसी वजह से सेट का माहौल बहुत शांत और सहज रहता था। इस वजह से हम सबने बहुत आजादी से परफॉर्म किया और हर सीन को इंजॉय किया।
अंजली शिवरामन
यह मेरे करियर के सबसे बेहतरीन वर्किंग एक्सपीरियंस में से एक था और मैं तो शूटिंग के दौरान भी बार-बार यही कहती रहती थी। पूरा यूनिट जैसे एक परिवार जैसा था। माहौल बहुत ही हल्का-फुल्का, एनर्जेटिक और खुशमिजाज था। हर सुबह जब हम उठते थे, तो काम पर जाने की खुशी होती थी। ये बहुत ही पॉजिटिव अनुभव था और सेट पर जो एनर्जी थी, वो हमारे काम में भी साफ झलकती थी।
अभिनय देव
सवाल: इस शो में क्या खास है और इसके अंदर क्या संघर्ष देखने को मिलेगा?
ये शो अपने आप में कई चीजों को हैंडल करता है। यह एक सूरत के साधरण से परिवार से आने वाले एक लड़के की कहानी है जो गेमिंग की दुनिया का स्टार बनना चाहता है। तो पहला संघर्ष तो उसके माता-पिता साथ उसका संघर्ष है कि उसे गेमिंग का स्टार बनना है और माता-पिता चाहते हैं कि वह पढ़ाई कर के अच्छी नौकरी करे। जनरेशन गैप का संघर्ष है इसका अलावा आर्थिक तौर पर एक क्लास का डिफरेंस हैं। कई छोटी-छोटी चीजें जो हम असल जिंदगी में देखते हैं वो इस कहानी में हैंडल की गई है।