Z की नई पहल ‘Z What’s Next’: दिल से जुड़ी कहानियों और अत्याधुनिक तकनीक का अनोखा संगम
punjabkesari.in Wednesday, Jul 23, 2025 - 01:32 PM (IST)

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। भारतीय मीडिया जगत के लीडिंग ब्रांड Z (Zee) ने अपने नए विज़न ‘आपका अपना ज़ी’ के साथ एक और बड़ा कदम उठाया है। बदलते एंटरटेनमेंट ट्रेंड्स के बीच ज़ी अब केवल एक कंटेंट क्रिएटर नहीं, बल्कि एक टेक्नोलॉजी-संचालित पावर हाउस बन चुका है। इसी दिशा में ज़ी की नई पहल ‘Z What’s Next’ लॉन्च की गई है, जो दर्शकों और ब्रांड्स को भावनाओं से जुड़ी कहानियों और नई तकनीक का बेहतरीन अनुभव कराती है। इस इनिशिएटिव में ज़ी ने साबित किया कि आज के दौर में कहानी सिर्फ स्क्रीन तक सीमित नहीं रह गई, बल्कि वह लोगों की सोच, बातचीत और संस्कृति का हिस्सा बन चुकी है।
‘Z What’s Next’ के मंच पर ज़ी ने दो नए हाईब्रिड चैनलों Z Power और Z Bangla Sonar की घोषणा की, जो स्थानीय भावनाओं को वैश्विक स्तर पर पहुंचाने की पहल का हिस्सा हैं। ज़ी अब कहानी कहने की परंपरा को नए सिरे से परिभाषित कर रहा है, जहां तकनीक और संवेदना साथ-साथ चलती हैं। यह पहल दर्शकों को यह दिखाती है कि ज़ी न सिर्फ बदलाव को अपना रहा है, बल्कि उसकी अगुवाई भी कर रहा है एक ऐसे भारत के लिए जो आत्मविश्वासी है, विविधता में एकता को अपनाता है और हर बोली को एक भावना की तरह जीता है। इसी कड़ी में जी के चीफ ग्रोथ ऑफिसर आशीष सेहगल ने पंजाब केसरी/नवोदय टाइम्स/जगबाणी/हिंद समाचार से खास बातचीत की। पेश हैं मुख्य अंश...
चीफ ग्रोथ ऑफिसर आशीष सेहगल
सवाल- Z का भविष्य को लेकर क्या विज़न है? आने वाले समय के लिए योजनाएं और निवेश की क्या दिशा होगी?
जवाब- आपने हमारी नई ब्रांडिंग देखी होगी We Are Z, जिसमें हमारी टैगलाइन है Z is a Content Tech Company। अब जी भविष्य को आज के उपभोक्ता की नजर से देख रहा है। उपभोक्ता क्या चाहता है, वह किस तरह का कंटेंट देखना चाहता है और किन माध्यमों से देखना चाहता है यही हमारी रणनीति का केंद्र है। अब सिर्फ टीवी ही माध्यम नहीं रहा। आज OTT, सोशल मीडिया, और लाइव इवेंट्स जैसे कई टचपॉइंट्स हैं जहां से हम उपभोक्ता से जुड़ सकते हैं। इसी आधार पर हम हर प्लेटफॉर्म के लिए उपयुक्त कंटेंट बना रहे हैं। इसके साथ ही, टेक्नोलॉजी का उपयोग कंटेंट के निर्माण से लेकर वितरण तक हर स्तर पर हो रहा है चाहे AI से स्क्रिप्टिंग हो, डेटा एनालिसिस हो, या एड फॉर्मेट्स बनाना। हमारी सोच है कि कन्टेंट हमारा दिल है और तकनीक हमारी ताकत।
सवाल2- आपने बताया कि टेक्नोलॉजी, खासकर AI का उपयोग बढ़ रहा है। क्या आपको लगता है कि आज की पीढ़ी AI-ड्रिवन इकोनॉमी में ज्यादा प्रभावी है?
जवाब- आज की जनरेशन, खासतौर पर Gen Z, खर्च करने में ज्यादा विश्वास करती है और सेविंग्स पर कम ध्यान देती है। इसके उलट, पुरानी पीढ़ी ने न सिर्फ सेविंग्स की बल्कि संतुलित जीवनशैली भी रखी। इससे यह नहीं कहा जा सकता कि कौन ज़्यादा प्रॉफिटेबल है, लेकिन यह ज़रूर है कि दोनों जनरेशन अपनी-अपनी खपत आदतों के जरिए अर्थव्यवस्था में योगदान दे रही हैं। इसके अलावा भारत में मिडिल क्लास की संख्या तेजी से बढ़ी है, जिससे बाज़ार का आकार और कंजम्प्शन दोनों में वृद्धि हुई है। यह इंडस्ट्री को हर सेक्टर में ग्रोथ दे रहा है।
सवाल3- आज Z दोनों माध्यमों (टीवी और OTT) पर कंटेंट बना रहा है। तो आप किस तरह इन दोनों के बीच बैलेंस बनाते हैं?
जवाब- हमारी रणनीति स्पष्ट है जहां उपभोक्ता है, वहां हम हैं। टीवी के लिए हम आज भी लंबे फॉर्मेट की कहानियां बना रहे हैं जैसे 200-1000 एपिसोड वाले सीरियल और रियलिटी शोज। वहीं OTT के लिए हम शॉर्टर फॉर्मेट, मिनी और वेब सीरीज बना रहे हैं जो 8 से 15 एपिसोड में समाप्त हो जाती हैं। OTT का फ़ायदा यह है कि वहां वीडियो ऑन डिमांड है और दर्शक अपनी सुविधा से कंटेंट चुनते हैं। इसलिए हम दोनों प्लेटफॉर्म्स पर उपयुक्त और विशिष्ट कंटेंट बना रहे हैं।
सवाल4- टीवी और OTT में समय के साथ क्या बदलाव आए हैं?
जवाब- टीवी में आज भी अपॉइंटमेंट व्यूइंग है यानी दर्शक रोज एक तय समय पर शो देखते हैं। वहां की कहानियां भी बदल रही हैं, अब ये और अधिक यूथ और महिला-केंद्रित हो रही हैं। वहीं OTT पर दर्शक बिंजेबल कंटेंट देखना पसंद करते हैं — जैसे थ्रिलर, रोमांस, हॉरर और एक्शन। हालांकि, ज़ी की खास बात यह है कि हम OTT पर भी फैमिली इन्क्लूसिव कंटेंट बनाने में विश्वास रखते हैं ताकि पूरा परिवार एक साथ देख सके।
सवाल5- सर, आपका Z के साथ अब तक का अनुभव कैसा रहा?
जवाब- मुझे ज़ी के साथ करीब 20 साल हो गए हैं और मेरा अनुभव बहुत ही सकारात्मक रहा है। मैंने न केवल व्यक्तिगत रूप से ग्रोथ की है, बल्कि कंपनी की यात्रा और विकास में भी हमेशा अग्रणी रहा हूं। उम्मीद है कि यह यात्रा आगे भी ऐसे ही जारी रहेगी।