Exclusive Interview: 'निकिता रॉय' में नैन्सी ड्रियू जैसी कहानियों वाली मिस्ट्री की फीलिंग है: सोनाक्षी सिन्हा
punjabkesari.in Sunday, Jul 13, 2025 - 01:15 PM (IST)

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। बॉलीवुड की दमदार अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा आज किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं। अपने शानदार अभिनय, दिल जीत लेने वाले अंदाज़ और आत्मनिर्भर सोच के लिए वह लगातार सुर्खियों में बनी रहती हैं। हाल ही में वह अपनी आने वाली फिल्म ‘निकिता रॉय’ के लिए चर्चा में हैं, जिसमें वह एक जासूस की भूमिका निभा रही हैं। फिल्म की कहानी एक ऐसे बाबा (परेश रावल) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो लोगों को भूत-प्रेतों से मुक्ति दिलाने का दावा करता है। फिल्म एक हॉरर सुपरनैचुरल थ्रिलर है और इसमें अर्जुन रामपाल भी एक अहम किरदार निभा रहे हैं। यह फिल्म 27 जून को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। इसी फिल्म को लेकर सोनाक्षी सिन्हा ने पंजाब केसरी/नवोदय टाइम्स/जगबाणी/हिंद समाचार से खास बातचीत की। पेश हैं मुख्य अंश...
सवाल 1: आपने इस फिल्म के लिए हां क्यों किया?
सोनाक्षी: मुझे फिल्म की कहानी बहुत पसंद आई, जो किसी भी प्रोजेक्ट का सबसे अहम हिस्सा होती है। मैं हमेशा ऐसे किरदारों की तलाश में रहती हूं जो इंट्रस्टिंग और चैलेंजिंग हों। जब कुश मेरे भाई और फिल्म के निर्देशक यह स्क्रिप्ट लेकर मेरे पास आए और उन्होंने कहानी सुनाई, तो वो मुझे बेहद दिलचस्प लगी। हमने मिलकर इस पर काम किया और तब जाकर यह फिल्म ‘निकिता रॉय’ बनी। बचपन में हम नैन्सी ड्रियू जैसी कहानियां पढ़ते थे, जिनमें मिस्ट्री सुलझाने का एलिमेंट होता था कुछ वैसा ही फील इस फिल्म में भी था। यही वजह रही कि मैंने इस किरदार को स्वीकार किया।
सवाल 2: फिल्म तो शानदार है, लेकिन कोई एक ऐसा एलिमेंट जो आपको ‘वाओ’ लगा?
सोनाक्षी: फिल्म की कहानी अपने आप में काफी अलग थी, लेकिन सबसे बड़ी बात यह थी कि मुझे परेश रावल जी के साथ काम करने का मौका मिल रहा था। जब मैंने फिल्म साइन की थी, उस वक्त परेश जी हमारे विशलिस्ट में टॉप पर थे। मैंने कुश से कहा था कि अगर परेश जी फिल्म करेंगे तो मैं जरूर करना चाहूंगी, हालांकि मैंने ये कभी शर्त नहीं रखी कि वो ही हों वरना नहीं करूंगी। मैं अपने किरदार को लेकर सजग रहती हूं, लेकिन अगर आपके साथ अच्छे कलाकार हों तो सोने पे सुहागा हो जाता है।
सवाल 3: सेट का माहौल कैसा था, खासकर जब आपके भाई डायरेक्ट कर रहे थे? कोई भाई-बहन की नोकझोंक?
सोनाक्षी: नहीं, सेट पर माहौल बहुत प्रोफेशनल था। भाई डायरेक्टर थे और मैं एक्ट्रेस — हम दोनों ने अपनी-अपनी जिम्मेदारी को पूरी गंभीरता से निभाया। यह उनकी पहली फिल्म थी और मैं चाहती थी कि वो इस अनुभव को पूरी तरह एंजॉय करें। उन्होंने स्क्रिप्ट पर बहुत मेहनत की थी और इसलिए मुझे शूटिंग के दौरान कोई परेशानी नहीं हुई।
सवाल 4: विक्की भगनानी की भी यह पहली फिल्म है जिसे उन्होंने प्रोड्यूस किया है, उनके साथ अनुभव कैसा रहा?
सोनाक्षी: जैसा कि आपने कहा, यह उनकी पहली फिल्म थी बतौर निर्माता, और उनके साथ काम करना वाकई बहुत अच्छा अनुभव रहा। वह बेहद मिलनसार और समझदार इंसान हैं। मेरे हिसाब से एक प्रोड्यूसर का थिएटर में फिल्म रिलीज़ करने का फैसला लेना बहुत हिम्मत की बात है, खासकर जब वो पहली बार ये कर रहे हों। मैं उन्हें ढेर सारी शुभकामनाएं देती हूं।
सवाल 5: आपने हनी सिंह के साथ भी काम किया है, अनुभव कैसा रहा?
सोनाक्षी: उनके साथ काम करना एक बेहद शानदार अनुभव रहा। वह वाकई में टैलेंटेड हैं। दुर्भाग्यवश, जिस समय की आप बात कर रहे हैं, उस दौरान हम कॉन्टैक्ट में नहीं थे। लेकिन जब भी हम मिले, ऐसा कभी महसूस नहीं हुआ कि हम टच में नहीं थे। वह एक बेहद प्यारे इंसान हैं और उन्होंने जिंदगी में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। मुझे उनकी सबसे अच्छी बात यही लगती है कि वह जैसे हैं, वैसे ही खुद को सामने लाते हैं।
सवाल 6: आपने करियर की शुरुआत एक कॉस्ट्यूम डिजाइनर के रूप में की थी, फिर अचानक एक्टिंग में कैसे आईं?
सोनाक्षी: मुझे लगता है कि यह सब किस्मत का खेल था। मैंने फैशन डिजाइनिंग का कोर्स किया था और उसमें मैं काफी अच्छा कर रही थी मैं स्टूडेंट ऑफ द ईयर थी और हर विषय में टॉप किया था। लेकिन अचानक मेरी जिंदगी में ‘दबंग’ आई और फिर मुझे पीछे मुड़कर देखने का कोई मौका ही नहीं मिला।
सवाल 7: फिल्म से जुड़ा कोई यादगार मूमेंट जो आप शेयर करना चाहें?
सोनाक्षी: हां, हमने एक बार एक बहुत डरावनी जगह पर शूट किया था। ज्यादातर शूटिंग यूके में हुई है। एक रात हम जंगल में शूट कर रहे थे वो जगह काफी डरावनी थी। हालांकि हम पूरा क्रू साथ थे, फिर भी डर लग रहा था। एक कॉटेज था जहां शूटिंग चल रही थी, जो फिल्म के मूड से मेल खा रहा था। लेकिन मैं वहां दोबारा नहीं जाना चाहूंगी।
सवाल 8: क्या आपको लगता है कि महिला प्रधान फिल्मों में बदलाव आया है?
सोनाक्षी: मुझे लगता है कि ऐसी फिल्में पहले भी बनती थीं, बस अब उन्हें ‘टैग’ कर दिया गया है। हेमा मालिनी जी की ‘सीता गीता’, श्रीदेवी जी की ‘चालबाज’, रेखा जी की ‘खून भरी मांग’ ये सभी महिला प्रधान फिल्में थीं। आज कैरेक्टर्स और भी अच्छे से लिखे जा रहे हैं और एक महिला कलाकार के रूप में यह बहुत सुखद बदलाव है।
सवाल 9: बॉलीवुड में समय के साथ क्या बदलाव देखे?
सोनाक्षी: समय और प्रोफेशनलिज़्म के मामले में निश्चित रूप से सुधार हुआ है। काम करने का तरीका बेहतर हुआ है, लेकिन सोशल मीडिया के चलते प्राइवेसी काफी कम हो गई है। पैप कल्चर इतना बढ़ गया है कि आप आराम से खाना भी नहीं खा सकते। ये कुछ चीज़ें हैं जो मुझे पसंद नहीं हैं, लेकिन अपने काम से मुझे बहुत प्यार है और वही सबसे सुंदर हिस्सा है।
सवाल 10: कोई ऐसा किरदार जो अभी तक नहीं किया हो और करना चाहें?
सोनाक्षी: मैंने अभी तक कोई बायोपिक नहीं की है तो मैं जरूर करना चाहूंगी। हमारे देश में बहुत सारी कहानियां हैं जिन्हें दुनिया तक पहुंचना चाहिए। अगर कोई कहानी ऐसी मिलती है जिसमें मैं फिट बैठूं, तो मैं जरूर करना चाहूंगी।
सवाल 11: आपने हाल ही में एक गाना स्टोरी पर शेयर किया था, उसके पीछे क्या कहानी है?
सोनाक्षी: वो गाना मेरी दोस्त राशि सुध ने गाया था। वो मेरी शादी में नहीं आ पाई थीं, लेकिन उन्होंने मेरे लिए ये गाना बनाया। मैंने उनसे कहा, “राशि, ये मेरी पहली सालगिरह है और मुझे तुम्हारी आवाज़ बहुत मिस हो रही है। मैं ये वीडियो शेयर कर रही हूं और तुम्हें वापसी करनी चाहिए क्योंकि तुम्हारी आवाज़ इतनी खूबसूरत है कि उसे दुनिया से छिपाना ठीक नहीं है।”
सवाल 12: आपने हाल ही में अपना ब्यूटी ब्रांड लॉन्च किया है, इसके पीछे क्या सोच थी?
सोनाक्षी: हां, मैंने प्रेस-ऑन नेल्स का एक ब्यूटी ब्रांड लॉन्च किया है। यह पूरी तरह मेरी एंटरप्रेन्योरशिप का हिस्सा है। मेरा मानना है कि हर महिला को आत्मनिर्भर होना चाहिए। यह ब्रांड मुझे बिजनेस की दुनिया को समझने और खुद को नए तरीके से एक्सप्रेस करने का मौका देता है।
सवाल 13: फिल्म के को-स्टार्स के साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा?
सोनाक्षी: उनके साथ काम करना बहुत अच्छा रहा। सुहैल एक शानदार अभिनेता हैं, उनमें पॉजिटिव एनर्जी है और वे एक बेहतरीन इंसान हैं। अर्जुन स्क्रीन पर मेरे भाई की भूमिका निभा रहे हैं और उनके साथ काम करना भी बेहद सहज और आनंददायक था। अच्छे लोगों के साथ काम करना हमेशा अच्छा लगता है।