Vinayaka Chaturthi: जीवन से सारे विघ्न दूर करने हैं तो इस विधि से करें विनायक चतुर्थी की पूजा
punjabkesari.in Friday, Jan 03, 2025 - 07:37 AM (IST)
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Paush Vinayak Chaturthi 2025: पौष माह की विनायक चतुर्थी विशेष रूप से गणेश जी की पूजा के लिए बहुत शुभ मानी जाती है। इस दिन विशेष रूप से गणेश जी की आराधना से समृद्धि, सुख-शांति, और बौद्धिक विकास के साथ-साथ सभी विघ्नों का नाश होता है। यदि आप इस दिन गणेश जी की पूजा करना चाहते हैं, तो निम्नलिखित विधि अपनाकर आप उनके आशीर्वाद को प्राप्त कर सकते हैं:
Paush Vinayak Chaturthi puja vidhi पौष माह की विनायक चतुर्थी पर गणेश जी की पूजा विधि:
पवित्रता का ध्यान रखें: सबसे पहले स्नान करके शुद्ध हो जाएं और स्वच्छ वस्त्र पहनें। पूजा करने के स्थान को भी स्वच्छ और पवित्र बनाएं।
गणेश प्रतिमा की स्थापना: गणेश जी की कोई सुंदर मूर्ति या चित्र रखें। यदि मूर्ति का पूजन कर रहे हैं तो उसे लकड़ी, मिट्टी या कोई भी प्राकृतिक सामग्री से बनी मूर्ति लें। गणेश जी की मूर्ति को पाट पर रखें और उसके सामने एक दीपक रखें।
पानी से अभिषेक: गणेश जी की मूर्ति पर पानी या शुद्ध जल का अभिषेक करें। इसके बाद उन पर पुष्प, चंदन और अगरबत्ती चढ़ाएं।
पंचामृत स्नान: गणेश जी की मूर्ति को पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, और शक्कर) से स्नान कराएं। इसके बाद ताजे जल से मूर्ति को धोकर पुनः पंखे से पंखा करें।
गणेश जी का पूजन: गणेश जी को उनके पसंदीदा फूल (विशेष रूप से लाल रंग के गुलाब या श्वेत पुष्प), दूर्वा (घास), लड्डू (गणेश जी के प्रिय प्रसाद) और बेलपत्र अर्पित करें।
धूप और दीप का लगाना: दीपक जलाकर गणेश जी के सामने रखें। साथ ही धूप या अगरबत्ती का भी इस्तेमाल करें। इससे वातावरण शुद्ध होता है और पूजा में शुभता बढ़ती है।
गणेश मंत्रों का जाप: पूजा के दौरान निम्नलिखित मंत्रों का जाप करें:
ॐ गं गणपतये नम:
ॐ विघ्ननाशनाय नम:
ॐ सिद्धिविनायकाय नम:
इन मंत्रों का जाप 108 बार करें या जितना हो सके उतना करें। यह मंत्र गणेश जी की कृपा को प्राप्त करने के लिए प्रभावशाली माने जाते हैं।
विशेष पूजा सामग्री:
लड्डू: गणेश जी को लड्डू का भोग अर्पित करें क्योंकि यह उनके प्रिय आहार में से एक है।
मोदक: यदि संभव हो तो मोदक भी अर्पित करें, जो गणेश जी का प्रिय मिष्ठान्न है।
दूर्वा: दूर्वा (घास) चढ़ाने से गणेश जी की विशेष कृपा मिलती है।
नैवेद्य अर्पित करें: पूजा में भगवान गणेश को शुद्ध घी से बनी मिठाई, फल और पेय पदार्थ जैसे पंखा, दूध या ताजे फल अर्पित करें।
प्रार्थना और धन्यवाद: पूजा के बाद हाथ जोड़कर गणेश जी से विनती करें कि वह आपके जीवन से सारे विघ्न दूर करें और सुख, समृद्धि तथा शांति की प्राप्ति हो। इसके बाद “ॐ गणेशाय नम:” मंत्र का उच्चारण करें और हाथ जोड़कर आशीर्वाद प्राप्त करें।