Chaturmas 2025: चातुर्मास से पहले जरूर करें ये पवित्र अनुष्ठान, जीवन में आएगा खुशियों का सागर
punjabkesari.in Friday, Jul 04, 2025 - 06:57 AM (IST)

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Chaturmas 2025: चातुर्मास हिंदू धर्म का एक पवित्र और महत्वपूर्ण पर्व है, जो चार महीने तक चलता है। यह आमतौर पर वर्षा ऋतु के दौरान होता है और इस अवधि में साधु-संत, तपस्वी और साधक गहन साधना, त्याग और धर्माभ्यास करते हैं। यह समय शांति, संयम, और आध्यात्मिक उन्नति का होता है। चातुर्मास की यह अवधि भगवान, प्रकृति और अपने भीतर की शुद्धि के प्रति समर्पित होती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि चातुर्मास शुरू होने से पहले कुछ खास अनुष्ठान करने से आपका भाग्य और जीवन किस प्रकार से सकारात्मक रूप से प्रभावित हो सकता है ? दरअसल, चातुर्मास से पहले किए गए पवित्र अनुष्ठान न केवल मन की शांति और आध्यात्मिक बल को बढ़ाते हैं, बल्कि जीवन में खुशहाली, समृद्धि और सफलता का मार्ग भी प्रशस्त करते हैं।
चातुर्मास से पहले किए जाने वाले पवित्र अनुष्ठान
गंगाजल और तुलसी के पत्ते से शुद्धि
गंगा जल को पवित्र माना जाता है। चातुर्मास शुरू होने से पहले अपने घर, पूजा स्थल और अपने आप को गंगा जल से स्नान कर शुद्ध करें। तुलसी के पत्ते जल में डालकर उसका छिड़काव करें। इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और वातावरण पवित्र हो जाता है।
धूप और दीपक जलाना
धूप और दीपक का प्रकाश नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और वातावरण को सकारात्मक ऊर्जा से भर देता है। चातुर्मास से पहले रोजाना पूजा स्थल पर धूप और दीपक जलाएं। यह आपके घर और मन दोनों को शांति और सुख प्रदान करेगा।
गाय के चरण स्पर्श
गाय पवित्र मानी जाती है। चातुर्मास से पहले गाय के चरण स्पर्श करने से और गौमूत्र से अभिषेक करने से घर में सुख-समृद्धि आती है। यह अनुष्ठान वास्तु दोषों को भी दूर करता है और भाग्य को प्रबल करता है।
दान और सेवा
चातुर्मास से पहले गरीबों को दान देना, सेवा करना अत्यंत फलदायी माना जाता है। यह कर्म योग के रूप में आपके जीवन में शुभ फल लाता है। दान से धन वृद्धि होती है और भाग्य प्रबल होता है।
सफाई और आयोजन
अपने घर और पूजा स्थल की सफाई करें। पुरानी वस्तुएं हटाएं और नए वस्त्रों, साफ-सुथरे सामग्रियों से पूजा की व्यवस्था करें। यह कार्य भी भाग्य के अनुकूल होता है।