Vinayak Chaturthi 2025: पारिवारिक सुख के लिए आज विधि-विधान से करें विनायक चतुर्थी की पूजा
punjabkesari.in Wednesday, Dec 24, 2025 - 08:13 AM (IST)
Vinayak Chaturthi 2025 Puja Vidhi: आज बुधवार को देशभर में श्रद्धा और भक्ति के साथ विनायक चतुर्थी का व्रत और पूजा की जा रही है। हर महीने शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को आने वाली विनायक चतुर्थी भगवान श्री गणेश को समर्पित होती है। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन विधिपूर्वक गणपति की पूजा करने से सुख-समृद्धि, संतान सुख, कार्यों में सफलता और विघ्नों से मुक्ति प्राप्त होती है।

धार्मिक मान्यता है कि विनायक चतुर्थी का व्रत करने से भगवान गणेश शीघ्र प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। वहीं कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी के नाम से जाना जाता है।
विनायक चतुर्थी 2025 का धार्मिक महत्व
भगवान गणेश को विघ्नहर्ता और प्रथम पूज्य देवता माना जाता है। किसी भी शुभ कार्य से पहले उनकी पूजा का विधान है। विनायक चतुर्थी पर व्रत और पूजा करने से जीवन में आ रही बाधाएं दूर होती हैं और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यह व्रत विशेष रूप से संतान प्राप्ति और पारिवारिक सुख के लिए अत्यंत फलदायी माना गया है।

विनायक चतुर्थी पूजा विधि (Vinayak Chaturthi Puja Vidhi)
प्रातःकाल स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
घर के मंदिर या पूजा स्थल को साफ कर गंगाजल से शुद्ध करें।
चौकी पर लाल या पीला वस्त्र बिछाकर भगवान गणेश की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
व्रत का संकल्प लें और भगवान गणेश का ध्यान करें।
गणेश जी को दूर्वा, शमी पत्र, सिंदूर, मोदक, लड्डू, तिल और गुड़ अर्पित करें।
संकटनाशन गणेश स्तोत्र या गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करें।
विनायक चतुर्थी व्रत कथा सुनें या पढ़ें।
अंत में गणेश जी की आरती करें और मंत्र जाप करें।
व्रत का पारण अगले दिन पंचमी तिथि को करें।

विनायक चतुर्थी पर पढ़े जाने वाले प्रमुख गणेश मंत्र
वक्रतुण्ड महाकाय मंत्र
“वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभा।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥”
ॐ गं गणपतये नमः॥
गणेश गायत्री मंत्र
“ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुण्डाय धीमहि,
तन्नो दन्ति प्रचोदयात्॥”
ॐ वक्रतुण्डाय हुं॥

विनायक चतुर्थी पर गणेश जी को क्या अर्पित करें
दूर्वा (21 या 108)
मोदक
बूंदी या मोतीचूर के लड्डू
केले, सेब, नारियल जैसे फल
दूध-चावल से बनी खीर
लाल गुड़हल का फूल
सिंदूर
विनायक चतुर्थी 2025 पर श्रद्धा और विधि-विधान से की गई पूजा जीवन में सफलता, शांति और समृद्धि लेकर आती है। गणेश जी की कृपा से सभी संकट दूर होते हैं और शुभता का आगमन होता है।

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